
शैक्षणिक सत्र 2021-22 में राज्य के राजकीय / राजकीयकृत / सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तक की उपलब्धता सुनिश्चित करवाने के संबंध में कहना है कि सत्र 2021-22 में राज्य के राजकीय/ राजकीयकृत / सरकारी सहायता प्राप्त प्रारंभिक विद्यालयों में नामांकित सभी छात्र-छात्राओं को पुस्तक के क्रय हेतु हस्तांतरित राशि का उपयोग पुस्तक क्रय में किए जाने से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश अधोहस्ताक्षरी के पत्रांक 5537 दिनांक 01.09.2021 द्वारा संसूचित है। विभिन्न स्रोतों से सूचना प्राप्त हो रही है कि सभी छात्र-छात्राओं के द्वारा वर्गों के लिए कर्णाकित पुस्तकों का क्रय नहीं किया जा रहा है।
सम्भव है कि कुछेक छात्र-छात्राओं के द्वारा आंशिक पुस्तकों का क्रय किया गया है। प्रत्येक वर्ग के लिए कर्णाकित सभी पुस्तकों की उपलब्धता प्रत्येक छात्र के ग्राह्य शिक्षा की गुणवत्ता के लिए प्राथमिक आवश्कयता है। अतएव इसकी जानकारी विभाग के लिए अत्यधिक मायने रखता है। उक्त के क्रम में विद्यालयों का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाय कि सभी छात्र-छात्राओं पूरे पाठ्य पुस्तक के साथ वर्ग कक्ष में उपस्थित हो। छात्र छात्राओं के पास पाठ्य पुस्तक की उपलब्धता से संबंधित साप्ताहिक प्रतिवेदन प्रत्येक सोमवार को विहित प्रपत्र में अपराह्न 04:00 बजे तक राज्य स्तरीय कार्यालय को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय।
छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं व व अभिभावकों के लिए होंगी प्रतियोगिताएं।
पटना। राज्य के सभी अस्सी हजार सरकारी स्कूलों में आजादी का अमृत महोत्सव 15 अगस्त, 2022 तक मनेगा। आजादी के 75वें वर्ष में 75 सप्ताह का आजादी का अमृत महोत्सव गत 12 मार्च से ही मनाया जा रहा है ।
स्कूलों में 15 अगस्त, 2022 तक मनाये जाने वाले अमृत महोत्सव से बच्चों एवं शिक्षकों को जोड़ने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा विस्तृत रूप रेखा तैयार की गयी है। इसके लिए हर जिले के माध्यमिक शिक्षा एवं साक्षरता के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नोडल अफसर बनाये गये हैं। कार्यक्रम के कार्यान्वयन को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं। इसके मुताबिक विद्यालय स्तर पर 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्र छात्राओं के साथ ही शिक्षक शिक्षिकाओं एवं आमजनों के लिए निबंध प्रतियोगिता होगी। सभी कोटि के स्कूलों में देशभक्ति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। सभी स्तरों पर देशभक्ति पर आधारित गीत एवं कविता रचना तथा उसकी प्रर्दशनी होगी। इसके साथ ही और भी कई कार्यक्रम होंगे।