
पटना। पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतन पुनरीक्षण के लिए हर जिले के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा जिले में पदस्थापित शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्षों से संबंधित सूचनाएं पुनरीक्षण सॉफ्टवेयर में 14 जनवरी तक अपलोड किया जाना है।शिक्षा विभाग ने कहा है कि विभाग द्वारा पंचायतीराज ••एवं नगर निकाय शिक्षकों को 15 प्रतिशत वेतनवृद्धि दिये जाने के निर्णय के आलोक में शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के संशोधित वेतन निर्धारण के लिए एनआईसी के माध्यम से वेतन पुनरीक्षण सॉफ्टवेयवर का निर्माण किया गया है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा जिले में पदस्थापित शिक्षक एवं पुस्तकालयाध्यक्षों से संबंधित सूचनाएं पुनरीक्षण
सॉफ्टवेयर में अपलोड किये गये।
विवरणी को शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के अवलोकन तथा उनसे आपत्ति या दावा प्राप्त करने हेतु उपलब्ध कराया जायेगा। शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों से प्राप्त आपत्ति या दावा के निराकरण के उपरांत जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा सॉफ्टवेयर के माध्यम से डिजीटली सिग्नड वेतन पुनरीक्षण प्रमाण पत्र जारी किया जायेगा, जिसे संबंधित शिक्षक पुस्तकालयाध्यक्ष डाउनलोड कर सकेंगे। यह सुविधा शिक्षकों के वेतन पुनरीक्षण में पारदर्शिता एवं एकरूपता लाने के लिए दी गयी है। इस सुविधा के माध्यम से उन्हें ससमय वेतन पुनरीक्षण प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने तथा पुनरीक्षित वेतन भुगतान करने के लिए विभाग द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है। चूंकि, 14 जनवरी तक कार्यालय द्वारा डाटा अपलोड किया जा रहा है, ऐसे में किसी भी जिले में डिजीटली सिग्नड वेतन पुनरीक्षण प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया है।
ग्रेड के अनुसार सूचना पट्ट पर लगाएं फोटो व सूचना।
बगहा | सभी सरकारी विद्यालय में शिक्षकों का चित्र होगा साथ ही उनके बारे जानकारी भी। ताकि विद्यालय में आने वाले अभिभावकों को शिक्षकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सके। इसमें फिसड्डी एचएम और शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। शिक्षा विभाग के तरफ से इसको लेकर कवायद शुरू कर दिया गया है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा राघवेन्द्र मणि त्रिपाठी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियो को पत्र भेजकर 24 घंटे के अंदर सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने अपने पत्र में स्पष्ट किया है कि जिला में मात्र 53 फीसदी ही विद्यालयों में शिक्षकों की तस्वीर और परिचय को सूचनापट्ट पर लगाया गया है। बाकी के 47 फीसदी ने यह काम नहीं किया है। इसलिए सभी को समय से भ्रमण कर फोटो और परिचय लगवाने का निर्देश दिया है। उन्होंने किया है कि जिले के 2663 विद्यालयों में से महज 1409 में ही फोटो व परिचय लगाया जा सका है। बाकी विद्यालयों को 24 घंटे का समय दिया गया है। बगहा दो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी फणीश चन्द्र पाठक और बीआरपी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि बगहा दो प्रखंड में करीब करीब काम पूरा हो चुका है। जो बाकी है उसको हर हाल में समय पूरा कर लेने का निर्देश दिया गया है।