
वेतन के लिए शिक्षकों ने चलाया 'दो जून की रोटी' अभियान। मुजफ्फरपुर । पहले बहाली के लिए ढाई साल इंतजार और अब नियुक्ति पत्र मिलने के तीन महीने बाद भी वेतन का इंतजार कर रहे नवनियुक्त शिक्षकों ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया । गुरुवार को दो जून की रोटी के नाम से चले इस कैंपेन में जिले के ढाई हजार तो बिहार में छठे चरण में नियुक्त 43 हजार शिक्षकों ने भाग लिया। नवनियुक्त शिक्षकों ने हैशटैग शिक्षकों को वेतन दो का उपयोग करके अपनी बात रखी। बिहार के नव नियुक्त शिक्षकों ने इसको लेकर दो जून को 2 जून की रोटी का कैंपेन चलाया। इसमें नवनियुक्त शिक्षकों को पिछले तीन महीने से वेतन संबंधित कोई भी कार्रवाई नहीं शुरू |
किए जाने का विरोध किया नवनियुक्त शिक्षिका मुन्नी शुक्ला ने कहा कि हमलोग की काउंसिलिंग करके चयन हुए कई महीने हो गए । विभाग की ओर से सारे कागजात लेकर सत्यापन करवा नियुक्ति पत्र देने की बात कही गयी थी । फरवरी महीने में टेट का सर्टिफिकेट की जांच करके हमसे शपथ पत्र लेकर नियुक्ति पत्र दिया गया, लेकिन तबसे वेतन संबंधित कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है । शिक्षक सौरभ कुमार ने कहा सरकार ने जब हमसे शपथ पत्र ही लिया तो वेतन रोकने का कोई औचित्य नहीं है ।
सीबीएसई के 760 स्कूलों नेशुरूकी योग की कक्षाएं।
पटना। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो, इसके लिए स्कूलों द्वारा लगातार योग की पढ़ाई कराई जा रही है, जहां 2021 में कई स्कूलों ने योग की कक्षाएं शुरू करायीं थीं, वहीं इस बार भी 760 स्कूलों ने योग की कक्षा शुरू करने की जानकारी सीबीएसई को दी है। वहीं स्कूलों द्वारा योग को एक विषय के तौर पर पढ़ाया जा रहा है। सीबीएसई से मान्यता प्राप्त 1206 स्कूलों में अब तक 456 में योग की पढ़ाई विषय के तौर पर हो रही है । इस सत्र से राज्य के 760 स्कूलों में योग की कक्षा शुरू करने जा रहे हैं। सीबीएसई द्वारा नौवीं से 12वीं तक छठे विषय के तौर पर योग शुरू किया गया है।
एनसीईआरटी ने तैयार किया पाठ्यक्रम : नौवीं से 12वीं तक के लिए एनसीईआरटी ने पाठ्यक्रम तैयार किया है। इसकी किताबें भी उपलब्ध हैं। छठी से आठवीं तक का भी पाठ्यक्रम एनसीईआरटी ने तैयार किया है। छात्र चाहें तो योग विषय को छठी से 12वीं तक ले सकते हैं। नौवीं से 12वीं तक पांच मुख्य विषय के अतिरिक्त इसे छठे विषय के तौर पर छात्र पढ़ सकते हैं।चेतना सत्र में शुरू हुईं ध्यान की कक्षाएं कई सरकारी स्कूलों में चेतना सत्र के दौरान 10 मिनट ध्यान की कक्षा शुरू की गयी है। मिलर हाई स्कूल के प्राचार्य विनय कुमार ने बताया कि ध्यान करने से छात्रों का दिमाग शांत व तेज होगा ।
copy कोरोना संक्रमण के बाद 66 स्कूलों में योग कक्षा शुरू करने के प्रति जागरूकता आयी है। कई स्कूल अपने स्तर से इसको बढ़ावा दे रहे हैं।
- सीबी सिंह, अध्यक्ष, एसोसिएशन ऑफ इंडिपेंडेंट स्कूल ऑफ बिहार।