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शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने गुरुवार की दोपहर साढ़े 12 बजे पदभार संभाल ग्रहण किया। कहा शिक्षकों के लिए हमलोग अधिकाधिक सुविधापूर्ण माहौल बनायेंगे, लेकिन वे बच्चों को गुणवान बनाएं। विद्यालयों का माहौल बेहतर करने में जुटे। शैक्षिक वातावरण को ऊंचा करने में योगदान दें ।
विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने गांधी, मानव श्रृंखला की रिपोर्ट समेत तीन किताबें देकर शिक्षा मंत्री का विभाग में स्वागत किया। सचिव असंगबा चुबा आओ, बीईपी निदेशक संजय सिंह, माध्यमिक निदेशक गिरिवर दयाल, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी, निदेशक प्रशासन सुशील कुमार, शोध प्रशिक्षण निदेशक डॉ. विनोदानंद झा।
रूसा के उपाध्यक्ष कामेश्वर झा, जगजीवन राम शोध प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक श्रीकांत समेत विभाग के अधिकारी अजीत कुमार, दीपक कुमार सिंह, अमित कुमार आदि ने मंत्री का स्वागत किया। मीडिया से बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्राथमिक स्कूलों से लेकर उच्च शिक्षा तक बिहार के शिक्षण संस्थानों का पुराना गौरव लौटे, हमारा यही लक्ष्य है।
पांच बड़ी चुनौतियां :-
1)पहली से लेकर 12वीं तक के सवा लाख शिक्षकों की नियुक्तियां ।
2)स्कूलों में गुणवत्ता शिक्षा की बहाली।
3)स्कूलों में बच्चों की हो रही कमी को रोकना।
4)स्कूलों-कॉलेजों में उपस्थिति बढ़ाना योजनाओं का लाभ 5)समय पर पहुंचाना।
सरकार की इच्छा शक्ति :-
सरकार चाहती है कि शिक्षकों की नियुक्ति हो पर चयन और नियुक्त की प्रक्रिया से असंतोष के कारण लगातार न्यायालय में वाद दायर होने से यह प्रक्रिया खिंचती चली जा रही। डेढ़ साल में भी छठा नियोजन पूरा नहीं हो सका।
समाधान :-
नियोजन की केन्द्रीयकृत व्यवस्था लागू हो। राज्यस्तर पर आवेदन लिए जाएं और यहीं मेधा सूची बने। पूरी व्यवस्था ऑनलाइन हो ताकि फर्जी डिग्रीधारियों की वजह से मेधावी अभ्यर्थी नियोजन से वंचित न हों। इससे शिक्षकों का बेहतर लॉट मिलेगा।
प्राथमिकताएं :-
सरकारी स्कूलों को प्राइवेट से बेहतर बनाना शिक्षकों बच्चों को अपने ज्ञान का शत प्रतिशत दें कोरोना काल में बाधित हुई पढ़ाई की भरपाई शिक्षण संस्थानों का पुराना गौरव लौटाना शिक्षकों के लिए सुविधापूर्ण माहौल।
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9वीं की वार्षिक परीक्षा के लिए 22 फरवरी तक पहुंचेगा प्रश्नपत्र।
पटना. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को नौवीं वार्षिक परीक्षा के सफल संचालन के लिए पत्र लिखा है. पत्र लिख कर कई महत्वपूर्ण निर्देश भी जारी किये गये हैं. समिति के सचिव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिख कर कहा है कि नौवीं परीक्षा के संचालन के लिए सभी गोपनीय सामग्री 19 से 22 फरवरी तक सभी जिलों में पहुंच जायेगी।
जिला शिक्षा पदाधिकारी सभी गोपनीय सामग्री को अपने सुरक्षा में रखेंगे. समिति ने सभी पदाधिकारी को कहा है कि परीक्षा शुरू होने से दो दिन पहले यानी 24 फरवरी तक अपने जिला के सभी मान्यता प्राप्त विद्यालय के प्रधान अथवा इनके द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि को अनिवार्य रूप से प्राप्त कराने की व्यवस्था सहित सभी आवश्यक कार्रवाई ससमय सुनिश्चित करेंगे, ताकि 26 फरवरी से कक्षा नौवीं की वार्षिक परीक्षा शुरू हो सके।