
अक्षर लिखना सीखा नहीं पर 1.33 करोड़ खर्च कर होगी परीक्षा।
मुजफ्फरपुर । अक्षर लिखना नहीं सीखा, लेकिन 1.33 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर परीक्षा होगी। अक्षर आचल योजना के तहत कागज पर ही केंद्र चल गए और कागज पर ही महिलाएं साक्षर भी हो गई। एक साल में एक अरब से अधिक इस योजना पर सूबे में खर्च हुए और अब परीक्षा पर 1.33 करोड़ से अधिक खर्च होगा। सूबे की 535940 महिलाओं के परीक्षा में शामिल होने की सूची दी गई। है। जिले से 12600 महिलाएं इस बुनियादी साक्षरता परीक्षा में शामिल होंगी। जन शिक्षा निदेशक संजय कुमार ने इसको लेकर मुजफ्फरपुर समेत सभी जिले के डीपीओ को निर्देश दिया है। अक्षर आंचल योजना के तहत नवसाक्षर महिलाओं की 25 सितम्बर को बुनियादी साक्षरता परीक्षा होगी। लेकिन, साक्षरता की पढ़ाई में कितनी महिलाएं शामिल हुई और केन्द्र कितने दिन चला, इसका कोई आंकड़ा विभाग के पास नहीं है। महादलित, दलित व अल्पसंख्यक, अतिपिछड़ा वर्ग की महिलाओं को साक्षर बनाने के लिए योजना चलाई जा रही है।
वेतन से पहले होगी हाजिरी की जांच।
मुजफ्फरपुर। अतिथि शिक्षकों की कार्य अवधि में खेल किया गया है। वेतन भुगतान से पहले अतिथि शिक्षकों की स्कूलों में उपस्थिति की जांच का आदेश दिया गया है। जिले में प्लस 2 स्कूलों में अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। स्कूल से हेडमास्टर द्वारा भेजी गई कार्य अवधि पर ही इन शिक्षकों का वेतन भुगतान किया जाता है। डीपीओ माध्यमिक इफ्तेखार ने सभी स्कूल प्रभारी को जांच कर दोबारा उपस्थिति भेजने का निर्देश दिया है।
शिक्षक अभ्यर्थियों के आंदोलन में पहुंचे चिराग पासवान।
पटना। बिहार के प्रारंभिक स्कूलो में सातवें चरण की शिक्षक विज्ञप्ति की मांग को लेकर चल रहे अनिश्चितकालीन आन्दोलन के सातवें दिन भारी भीड़ जुटी। बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के बैनर तले चल रहे आंदोलन बड़ा रूप ले रहा है। बिहार के अलग अलग जिलों के बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थी अपने बच्चों के साथ पहुँची थी । शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की प्राथमिक शिक्षक विज्ञप्ति जारी हो, नारे लगा रहे थे । आन्दोलन का संचालन कर रहे संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने बताया कि सात दिनों से शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की प्राथमिक शिक्षक बहाली की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी आंदोलनरत हैं, लेकिन शिक्षा विभाग के कोई अधिकारी उनकी सुधी लेने नहीं आ रहे हैं। चिराग पासवान भी शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच धरना पर बैठे। रविवार को जमुई के सांसद चिराग पासवान भी गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुँचे तथा घंटो धरना पर बैठे रहे । चिराग पासवान ने शिक्षक अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में गुरुओं को भगवान से भी ऊंचा स्थान दिया गया है। उन्होंने शिक्षा विभाग से उनके वादे के अनुसार सातवें चरण की प्राथमिक शिक्षक बहाली की अधिसूचना तुरंत जारी करने की मांग की। संघ के कार्यकारी अध्यक्ष नितेश पांडेय एवं अनीश सिंह ने बताया कि आन्दोलन एक सप्ताह के अंदर प्राथमिक शिक्षक विज्ञप्ति जारी नहीं की गई तो आन्दोलन को और उग्र किया जाएगा।