
नोटबंदी के दौरान फर्जी कागजातों पर सात बैंक खाते खोल लगभग 9 करोड़ कैश जमा कराने वाले गौरव सिंघल उर्फ योगेश (35) को गिरफ्तार किया गया है। जमा की गई रकम ब्लैक मनी थी, जिसके बारे में आईटी विभाग की तरफ से पुलिस को मिली थी। आर्थिक अपराध शाखा के मुताबिक इनकम टैक्स ऑफिसर राजेश कुमार गुप्ता ने शिकायत में बताया था 9 नवंबर से 30 दिसंबर 2016 के बीच अलग अलग खातों में नौ करोड़ रुपये जमा करवाए गये थे। अकाउंट होल्डर एक ही पते से अपना बिजनेस चला रहे थे। पता भीम गली, विश्वास नगर, शाहदरा का था। लेकिन इस पते पर कई बिजनेस ऑपरेट नहीं हो रहा था।
एक अकाउंट होल्डर का नाम गौरव सिंघल पता चला। आईटी विभाग ने गौरव के बयान दर्ज किए। जिसने फर्जी वोटर व पैन कार्ड पर बैंक खाते खोलने की बात कबूल की। दिसंबर 2018 में पुलिस ने केस दर्ज किया। जांच में खुलासा हुआ सभी सात खाते योगेश कुमार और राहुल जैन के नाम से खोले गये थे।
गौरव ने केनरा बैंक में खोले चार खातों में अपना फोटो लगाया था। तीन खातों में उसने अंजान लोगों के फोटो लगाए। केवाईसी कागजातों से पता चला कि चार खाते एक ही पते पर थे। आरोपी पुलिस कार्रवाई शुरू होने के बाद से फरार चल रहा था। जो रोहिणी, नोएडा और ट्रांस यमुना एरिया में ठिकाने बदल बदल कर रह रहा था। आखिर में पुलिस ने इसे नवीन शाहदरा इलाके से दबोच लिया। आरोपी ने नोटबंदी में कमीशन पर रुपए इन खातों में जमा किये थे।