
पटना । पंचायतीराज एवं नगर निकाय शिक्षकों ने लंबित समस्याओं का समाधान करने की मांग सरकार से की है
शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश एवं जिला संघीय पदाधिकारियों की रविवार को हुई वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार ने राज्य सरकार से कहा कि वह शिक्षकों की सभी लंबित समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करे। बैठक में अप्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन का भुगतान, नवप्रशिक्षित शिक्षकों के अंतर वेतन का भुगतान, हस्तांतरण नीति का यथाशीघ्र कार्यान्वयन।
18 साल बाद आखिरकार नियोजित शिक्षकों को मिला इंसाफ होंगे ऑनलाइन आवेदन।
माह अप्रैल से पंद्रह प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी, शहरी क्षेत्र के आठ किलोमीटर की परिधि में आने वाले सभी शिक्षकों को भी शहरी क्षेत्र का आवास भत्ता, ईपीएफ में सरकार द्वारा दी जाने वाली अंशदान की राशि अलग से जारी करने, करोना से मृत शिक्षकों को पचास लाख रुपये की अनुदान राशि व अनुकंपा लाभ सहित सभी सुविधा देने, प्रखंड एवं जिला स्तर पर कैम्प के माध्यम से करोना का टीका सभी शिक्षकों को लगाने, करोनटाईन होने वाले शिक्षकों का वेतन नहीं काटने एवं निगरानी जांच के नाम शिक्षकों को परेशान करना बन्द करने की मांग की गयी।
शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह को जेल से अविलंब रिहा करने की मांग भी सरकार से की गयी। कोरोना संक्रमण से सांस तोड़ने वाले शिक्षकों के आश्रितों को विशेष सहायता देने की मांग करते हुए कहा गया कि अब तक पांच सौ से अधिक शिक्षकों की सांस टूट चुकी है। बैठक में शामिल संगठन के पदाधिकारियों में प्रदेश कमेटी के उपाध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव, प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, प्रदेश सचिव ऋतुराज सौरव, मोहम्मद फखरुद्दीन, प्रदेश प्रतिनिधि धनंजय मिश्रा।
आशुतोष चौधरी, पश्चिमी चंपारण के जिला अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, पूर्वी चंपारण जिला अध्यक्ष सतीश कुमार, लखीसराय जिला अध्यक्ष मनोज कुमार, सारण जिला सचिव दिलीप गुप्ता, बक्सर महासचिव लाल नारायण राय, कटिहार के संगठन पदाधिकारी मसरूर खान, कटिहार ? की महिला संयोजिका रूबी कुमारी, किशनगंज जिला संयोजक दीपक पासवान, राजेश सक्सेना, मनींद्र सिंह, पिंटु कुमार, विरेन्द्र सिंह, मो. खालिद नूर कुमार के नाम उल्लेखनीय हैं। लद नूर, अशोक कुमार राय, जितेंद्र राम।