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जनवरी में शिक्षकों को मिलेगा बढ़ा हुआ वेतन प्रदेश के शिक्षकों और पुस्तकालयाध्यक्षों को 15 प्रतिशत की वृद्धि के साथ जनवरी में वेतन भुगतान होगा। वित्त विभाग की सहमति मिलने के बाद शिक्षा विभाग साफ्टवेयर के माध्यम से वेतन निर्धारण एवं भुगतान की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटा है। इस कार्य के लिए शिक्षा विभाग एनआइसी की मदद की है और आनलाइन कैलकुलेटर तैयार कराया है। प्राथमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से यह जानकारी दी गई। शिक्षा विभाग के मुताबिक इस माह के अंत तक नियोजित शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतन का निर्धारण होगा। बकाया वेतन एरियर एवं वेतन का भुगतान 75,000 से 1,50,000 तक हो सकेगा।
• जिले के ढाई सौ स्कूलों को मिला निर्देश
• आकांक्षी जिले के तहत कराई जा रही है यह तैयारी
सरकारी स्कूलों में 10वीं-11वीं में पढ़ने वाले मेधावी बच्चों को मेडिकल और इंजीनियरिंग की मुफ्त कोचिंग सुविधा दी जाएगी, जहां ये इन दोनों प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे। जिले के सरकारी हाई स्कूल, प्लस टू स्कूल के बच्चों का इसके लिए चयन किया जाएगा। लगभग 2000 बच्चों का चयन इसके तहत किया जाना है। नीति आयोग की आकांक्षी जिला कार्यक्रम योजना के तहत यह पहल की गई है। इसे लेकर डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान अमरेंदर पांडे ने सभी सरकारी हाई स्कूल प्लस टू स्कूल के प्रधानाध्यापक को निर्देश किया है। इसके तहत सरकारी स्कूलों में कक्षा 10वीं और 11वीं में पढ़ने वाले मेधावी छात्र छात्राओं का चयन करना है, जिन्हें निःशुल्क कोचिंग की सुविधा दी जा सके।
पिछली कक्षाओं के रिकॉर्ड के आधार पर होगा चयन: मेधावी छात्र-छात्राओं का चयन उनकी पिछली कक्षाओं के रिकॉर्ड के आधार पर किया जाना है। डीपीओ ने बताया कि इसके तहत कक्षा 10 एवं 11वीं के वैसे मेधावी छात्रों का चयन किया जाएगा, जिनकी कक्षा 8, 9, 10 एवं 11 की वार्षिक परीक्षा में सर्वोत्तम उपलब्धि रही है। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं की उम्र 15 साल से कम तथा 23 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। जिन बच्चों को नीट की कोचिंग कराई जाएगी, उनका स्कूल विषय निश्चित रूप से फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायो होना चाहिए। जेईई कोचिंग के लिए छात्र-छात्राओं का स्कूली विषय फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ होना आवश्यक है। सभी सरकारी स्कूल नीट कोचिंग के लिए एक छात्र और एक छात्रा तथा जेईई कोचिंग के लिए एक छात्र और छात्रा का चयन करके विभाग की ओर से दिए गए फॉर्मेट में सूची उपलब्ध कराएंगे। एक सप्ताह के भीतर यह सूची उपलब्ध करा देनी है।
यह कोचिंग बायजू और आकाश की ओर से बच्चों को दी जाएगी।
इस निर्धारित फॉर्मेट में देनी है बच्चों की सूची
डीपीओ ने बताया कि जो फॉर्मेट दिया गया है, उसके तहत बच्चों का नाम, अभिभावक का नाम, ईमेल आईडी, जन्मतिथि, क्लास, संकाय, जिला, राज्य, फोन नंबर और स्कूल का नाम आवश्यक तौर पर देना है। सभी स्कूल प्राचार्य को इस संबंध में निर्देश दिया गया है कि वह निर्धारित तिथि के अंदर बच्चों की सूची उपलब्ध करा दें।