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15% वेतन वृद्धि, वेतन विसंगति, शेष बचे शिक्षकों का बकाया वेतन यथा नवप्रशिक्षित टीइटीव गैर टीइटी शिक्षकों का ऐरियर, लंबित वेतन, मातृत्वाकाश अवधि का वेतन, चिकित्सा अवकाश अवधि का वेतन, दक्षता पास अवधि का ऐरियर, आवास भत्ता का ऐरियर, अप्रशिक्षित शिक्षकों का लंबित वेतन व वेतन निर्धारण, दक्षता अनुत्तीर्ण शिक्षकों या दक्षता पास शिक्षकों को इन्क्रीमेंट का लाभ देने आदि को लेकर बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ जिला इकाई सुपील की बैठक कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सह सुपौल जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह के नेतृत्व में गांधी मैदान सुपौल में सम्पन्न हुआ। बैठक को सम्बोधित करते हुए कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष सह सुपौल जिलाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह ने सरकार पर शिक्षकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2020 में कैबिनेट की स्वीकृति पश्चात 2022 में भी 15% वृद्धि का लाभ नहीं मिल पाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा कि विभाग ने जनवरी माह के वेतन में 15% वृद्धि कर भुगतान करने की बात कही थी।
लेकिन अभी तक वेतन निर्धारण का कार्य भी पुरा नहीं किया गया है। शिक्षा विभाग के अधिकारी पुरी तरह लापरवाह और निरंकुश हो चुके है। कहा कि विभागीय अधिकारी के लापरवाही और तानाशाही के चलते शिक्षकों में भारी रोष व्याप्त है। कहा कि शुक्रवार तक वेतन निर्धारण का कार्य सहित सभी प्रकार के बकाया वेतन का भुगतान नहीं किया गया, तो शनिवार को जिला शिक्षा कार्यालय सुपौल के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी पुरी जिम्मेदारी जिला शिक्षा कार्यालय की होगी। जिला कोषाध्यक्ष अनिल कुमार, जिला उपाध्यक्ष श्रवण चौधरी व गोविन्द मंडल ने कहा कि दक्षता को आधार बनाकर 2015 में साफ्टवेयर से किया गया, वेतन निर्धारण को तोड़ना कही से भी न्यायसंगत नहीं है। जिला कार्यालय सचिव एहतेशामूल हक, जिला सचिव मनोज कुमार रजक, दीपक पासवान व जिला उप सचिव भूपेन्द्र यादव ने कहा कि बिना वजह प्रखण्ड से आए हुए वेतन विपत्र को रोका जाना पुरी तरह गलत है।
जिला अनुशासन समिति सचिव निशार अहमद, जिला प्रतिनिधि नितु कुमारी, रोशन सिंह व राजेन्द्र पासवान ने कहा कि माननीय पटना हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद भी अप्रशिक्षित शिक्षकों को एक वर्षों से वेतन रोका जाना माननीय न्यायालय के आदेश की अवहेलना है।
इस मौके पर बसंतपुर प्रखण्ड सचिव राजीव कुमार, मरौना सचिव गजेन्द्र गुप्ता, राकेश कुमार रोशन, अशोक कुमार ठाकुर, अमित कुमार सिंह, राजकुमार शर्मा, सबिला बैगम, अरुण कुमार आर्य, शैलेन्द्र कुमार, लक्ष्मण मंडल, मो निजामुद्दीन, बबलु चौधरी आदि मौजूद थे।