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नवप्रशिक्षित शिक्षकों की वरीयता को लेकर उठाई आवाज
पटना। परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ के प्रदेश कार्यकारी संयोजक नवनीत कुमार और प्रदेश संगठन महामंत्री शिशिर कुमार पांडेय ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर नव प्रशिक्षित शिक्षकों की वरीयता के निर्धारण हेतु राज्य से जिलों को स्पष्ट निर्देश जारी करने की मांग की है। पत्र के माध्यम से कहा गया है कि राज्य के अप्रशिक्षित कार्यरत शिक्षकों को विभाग द्वारा प्रशिक्षित कराया गया। जिसके अंतर्गत एनआईओएस के माध्यम से बड़ी संख्या में शिक्षक प्रशिक्षित हुए । विभिन्न जिलों में पदाधिकारियों द्वारा शिक्षकों को यह बताया जा रहा है कि वह ऐसे शिक्षक जिनका परीक्षाफल 31 मार्च 2019 के उपरांत प्रकाशित हुआ है उन्हें नवनियुक्त शिक्षक मानते हुए उनके पे इंडेक्स में कटौती की जाएगी।
पत्र के माध्यम से कहा गया है कि इनमें अधिकांश शिक्षक कई वर्षों से कार्यरत हैं। एनआईओएस का प्रशिक्षण फरवरी माह में ही पूरा हो चुका था एवं इसकी परीक्षा का आयोजन भी 31 मार्च 2019 के पूर्व हो चुका था। ऐसी स्थिति में परीक्षाफल प्रकाशन में हुए विलंब का खामियाजा निर्दोष शिक्षकों को भुगतना पड़ सकता है। वहीं प्रदेश मीडिया प्रभारी मृत्युंजय ठाकुर ने मांग किया कि सभी जिलों के डीईओ एवं डीपीओ को राज्य द्वारा स्पष्ट निर्देश जारी किया जाय ताकि शिक्षकों के हितों की रक्षा हो सके एवं एनआईओस से प्रशिक्षित शिक्षक भयमुक्त एवं तनावमुक्त होकर विद्यालय मे अपने दायित्वों का निर्वहन कर सके ।
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499 छात्राओं के परीक्षा केंद्र में घिरा एकमात्र छात्र घबराहट में बेहोश होकर गिरा
बिहारशरीफ : बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में बुधवार को पहले दिन एक परीक्षार्थी मनीष शंकर अजीब सांसत में फंस गया। सिर्फ छात्राओं के लिए बने परीक्षा केंद्र शहर के ब्रिलिएंट कान्वेंट स्कूल में उसका भी केंद्र पड़ गया। विवशता में वह केंद्र के अंदर प्रवेश तो कर गया परंतु परिसर में 499 छात्राओं के बीच खुद को अकेला पाकर असहज हो गया। पहली ही पाली में परीक्षा हाल में छात्राओं के बीच खुद को घिरा देख उसकी तबीयत बिगड़ने लगी, गणित का प्रश्नपत्र सामने आया तो उसे हल करने के दौरान ही बेहोश हो कर गिर पड़ा। जिला शिक्षा पदाधिकारी केशव प्रसाद ने बताया कि परीक्षार्थी ने आनलाइन फार्म भरने के समय में ही मेल की जगह फीमेल भर दिया होगा। इस कारण बोर्ड ने उसे छात्रा समझ उसका केंद्र यहां निर्धारित कर दिया। इसमें बोर्ड की गलती नहीं मानी जाएगी