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पूर्णिया। परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ पूर्णिया जिलाध्यक्ष अरुण आरुणि ने कहा 19 वर्षों से कार्यरत नियोजित शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति न मिलने परेशान हैं। इसी कारण परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ ने फिरसे पटना हाईकोर्ट में अवमाननावाद दर्ज कराया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष वंशीधर ब्रजवासी ने कहा है कि बेसिक ग्रेड में कार्यरत शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति देने की मांग को लेकर संघ ने वर्ष 2014 में समादेश याचिका संख्या 9494 दर्ज कराया था, जिसकी सुनवाई के क्रम में 26 अगस्त 2016 को निदेशक प्राथमिक शिक्षा ने शपथ पत्र दायर कर यह आश्वस्त किया था कि 6 माह के अंदर प्रोन्नति की कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी । किंतु अदालत में हलफनामा के माध्यम से दिए आश्वासन के बावजूद विभाग द्वारा के प्रोन्नति की कार्रवाई नहीं की गई।
स्कूल की रखवाली करने वालों को दो साल से वेतन नहीं
गया। सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास शुरू हुए। स्कूल-स्कूल टीवी और अन्य उपकरण आ गए। फिर उनकी सब चीजों की रखवाली के लिए रात्रि - प्रहरियों की नियुक्ति भी कर दी गई। लेकिन आज सबकी हालत खराब है। एक तरफ स्मार्ट क्लास सिर्फ दिखावे का चीज बना हुआ है, तो दूसरी तरफ स्मार्ट क्लास सहित स्कूल की रखवाली करनेवाले रात्रि - प्रहरियों को दो साल से वेतन ही नहीं मिल रहा है।
रात्रि - प्रहिरयों में आक्रोश : शिक्षा विभाग अपनी ही योजना को ठीक से लागू नहीं कर पा रहा है। स्मार्ट क्लास और स्कूल की रखवाली के लिए रात्रि प्रहरी रखने का आदेश जारी हुआ । आनन-फानन में गया जिले में भी कुल 258 रात्रि प्रहरी रख दिए गए। सभी को प्रति माह महज पांच हजार रुपये देने का विभागीय आदेश हुआ। वर्ष 2019 - 20 में पैसा रिलीज हुआ । छह महीने का वेतन एक साथ मिला । लेकिन इसके बाद विभाग इन सभी लोगों को वेतन देना भूल गया । पिछले दो साल से बगैर मानदेय रात्रि प्रहरी काम कर रहे हैं । वेतन न मिलने के कारण जिले के रात्रि - प्रहरियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। यहां तक कि रात्रि प्रहरियों ने अब विरोध - के लिए अपना संघ तक बना लिया है ।