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पटना। बीएड स्पेशल एजुकेशन, डीएड स्पेशल एजुकेशन एवं डिप्लोमा इन प्राइमरी एडुकेशन (डीपीई) योग्यताधारी शिक्षकों को भी प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल करने की मांग उठी है।
डिप्लोमा इन प्राइमरी एडुकेशन (डीपीई) योग्यताधारी शिक्षकों को प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल करने की मांग को लेकर परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वंशीधर ब्रजवासी ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा विभाग के अपर मुख्यसचिव एवं प्राथमिक शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भेजा है।
पटना यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्य और समावेशी शिक्षा के एक्सपर्ट डॉ. कुमार संजीव ने कहा है कि नि: शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम 2009 की धारा 23 की उपधारा-एक के तहत एनसीटीई ने अधिसूचना जारी कर बीएड स्पेशल एजुकेशन और डीएड स्पेशल एजुकेशन डिग्री को प्रारंभिक स्कूल (कक्षा 1-8) में शिक्षक बनने की न्यूनतम प्रशैक्षणिक योग्यता अधिसूचित कर दिया, तो वर्ष 2007 से कार्यरत ऐसे सभी शिक्षकों को भी प्रधान शिक्षक बनने का मौका मिलना चाहिये ।
डीएलएड परीक्षा में फेल शिक्षक किए जाएंगे सेवामुक्त
मुजफ्फरपुर । डीएलएड परीक्षा में फेल शिक्षकों को सेवामुक्त किया जाएगा। एनआईओएस से 18 महीने के डीएलएड कोर्स की परीक्षा पास नहीं करने वाले शिक्षकों पर अब विभाग कार्रवाई की तैयारी में है। मामला जिले के सरकारी स्कूलों में कार्यरत अनट्रेंड शिक्षकों का है जिन्हें 18 महीने का डीएलएड कोर्स कराया गया था।
मार्च 2019 तक सभी अनट्रेंड शिक्षकों को ट्रेनिंग पूरा करने का आदेश था। भारत सरकार के तात्वावधान में इसके लिए एनआईओएस का 18 महीने का डीएलएड कोर्स का संचालन की उठी मांग वेतन भुगतान को लेकर ट्रेंड और अनट्रेंड शिक्षकों केशिक्षकों की खोज शुरू हुई तो पता चला कि दर्जनों शिक्षक इसमें पास नहीं हो पाए। मुजफ्फरपुर समेत सभी जिलों में यह संख्या अलग-अलग है। निदेशक ने मुजफ्फरपुर समेत सभी जिलों से ऐसे शिक्षकों की सूची मांगी है। डीपीओ स्थापना जमालुद्दीन ने शुक्रवार को बताया कि इस संबंध में पहले भी निर्देश आ चुका है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद जो शिक्षक परीक्षा में पास नहीं हो पाए, उन्हें सेवामुक्त करना है। डीएलएड की मुख्य परीक्षा अथवा पूरक परीक्षा में सम्मिलित शिक्षक जो परीक्षा में पास हुए, उन्हें रिजल्ट प्रकाशन की तिथि से वेतन भुगतान किया जाना है।
दरभंगा । बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों की बहाली के लिए जारी की गयी विज्ञप्ति और उसमें अनुभव की बाध्यता को जोड़ देने से टीईटी शिक्षकों का आक्रोश चरम पर है। शिक्षक टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के आह्वान पर 26 मार्च को डीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करेंगे।इस बात की जानकारी देते हुए संघ के जिला अध्यक्ष प्रमोद मंडल एवं प्रवक्ता धनंजय झा ने कहा कि बिहार में शिक्षा का अधिकार अधिनियम तथा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के तमाम प्रावधानों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं | इन प्रावधानों के तहत बहाल शिक्षकों को जहां एक ओर सहायक शिक्षक एवं राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाना चाहिए।