
पटना : राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के खाते में अब पाठ्य पुस्तक की राशि नहीं जाएगी, बल्कि उन्हें स्कूल में ही पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराया जाएगा। राज्य सरकार ने नीति में परिवर्तन करते हुए प्रखंड शिक्षा अधिकारी की सहायता से स्कूलों में पाठ्य पुस्तक भेजने का निर्णय लिया है। यह नियम आगामी शैक्षणिक सत्र अप्रैल से लागू हो जाएगा। बताया जाता है कि राज्य सरकार शिक्षा विभाग से एक मुश्त पाठ्य पुस्तक जिलों में भेज देगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से प्रखंड शिक्षा अधिकारी को पाठ्य सामग्री उपलब्ध करायी जाएगी। प्रखंड शिक्षा अधिकारी की यह जिम्मेवारी होगी की वह स्कूलों तक पाठ्य पुस्तक पहुंचाएं और एक-एक बच्चों को उपलब्ध कराएं। स्कूलों में पाठ्य पुस्तक का वितरण अप्रैल में किया जाएगा और हर हाल में मई माह के अंत तक पाठ्य पुस्तक का वितरण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
विदित हो कि राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा पांच एवं आठ तक की वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा 13 माच से शुरू हो रही । यह परीक्षा 16 मार्च तक चलेगी।
पढ़ाने के साथ गुरुजी आज से करेंगे गणना
सीवान। जिले में जाति आधारित गणना 2022 के प्रथम चरण की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। क्षेत्र में आवास कर रहे प्रवासी व अप्रवासी सभी की गणना करनी है, वहीं आवास विहीन मकानों का नंबरीकरण नहीं करना है।
चरण की शुरू हो रही गणना के दौरान वैसे गुरुजी जिनकी ड्यूटी गणना कार्य में लगाई गई है, वह पढ़ाने के साथ-साथ गणना का कार्य भी संभालेंगे।
शिक्षण कार्य बाधित नहीं हो इसका ख्याल उन्हें हर हाल में रखना होगा। बताया जा रहा कि प्राइमरी से लेकर टेन प्लस टू के करीब 14 हजार से अधिक शिक्षकों को इसमें लगाया गया है। किसी-किसी विद्यालय में तो सभी शिक्षकों को गणना कार्य में लगा दिया गया है, जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। बहरहाल, पहले चरण में मकानों की गणना के दौरान पक्के मकानों पर वर्ग का चिन्ह वहीं कच्चे मकानों पर त्रिभुज बनाया जायेगा। इसके बाद आवासीय व गैर आवासीय मकानों की जानकारी दी जायेगी। जो मकान गैर आवासीय पक्का मकान होंगे, उस पर वर्ग को छायांकित किया जायेगा। वहीं कच्चे मकान पर त्रिभुज को छायांकित करना है।
गणना के क्रम में एक नजरी नक्शा भी जिले में शनिवार से पहले बनाना है, जिसमें रोड, मंदिर, मस्जिद, स्कूल, पोखरा, तालाब व नहर आदि को दर्शाना होगा। पहले चरण की गणना में मकानों की सूची तैयार करने के साथ ही परिवार व बेघर परिवार की सूची तैयार करनी है। इधर, जिले में 7 से 21 जनवरी तक होने वाली जाति आधारित गणना में सीवान के 4045 वार्डो में गणना के लिए 7700 प्रगणकों को लगाया गया है। प्रखंडों के अलावा नगर परिषद व नवगठित नगर पंचायतों में भी गणना होनी है। जाति आधारित गणना के लिए सभी बीडीओ सह चार्ज पदाधिकारी जबकि नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी सह चार्ज पदाधिकारी बनाए गए हैं। दूसरे चरण में एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक गणना होगी