
पटना। राज्य में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों की मॉनीटरिंग में 21 जिलों के 134 और शिक्षक-कर्मी बिना सूचना गायब पाये गये हैं। बिना सूचना गायब पाये गये इन सभी शिक्षक कर्मियों पर 'नो वर्क नो पे' लागू किया गया है। इसके साथ ही अब तक 'नो वर्क नो पे' की काररवाई की गाज 299 शिक्षक कर्मियों पर गिर चुकी है। 21 जिलों के 134 और शिक्षककर्मियों के बिना सूचना गायब पाये गये दिन के वेतन 'नो वर्क-नो पे' के तहत काटने के आदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्वारा संबंधित 21 जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिये गये हैं। संबंधित शिक्षक-कर्मी 17 अगस्त से 31 अगस्त तक के नौ कार्यदिवसों के दौरान बिना सूचना गायब पाये गये।
संबंधित 21 जिलों में पटना, नालंदा रोहतास, बक्सर, गया, जहानाबाद, 1 दरभंगा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, सिवान, कटिहार, अररिया, मधेपुरा, भागलपुर, बांका, बेगूसराय, खगड़िया एवंशेखपुरा गायब पाये जाने के बाद 'नो वर्क- नो पे' की काररवाई की जद में आये शिक्षक-कर्मियों में पटना के पांच, गया के एक दरभंगा के 13समस्तीपुर के पांच, कटिहार के चार, बेगूसराय के 22, रोहतास 24, पूर्वी चंपारण पांच, बक्सर के तीन, शिवहर के 16, सिवान के एक, अररिया के दो, खगड़िया के दो सीतामढ़ी के पांच, बांका के दो, मधेपुरा के दो, भागलपुर के तीन, नालंदा के तीन, जहानाबाद के तीन, शेखपुरा के एक एवं मुजफ्फरपुर के एक शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले संबंधित 135 शिक्षक विद्यालयों के अनुश्रवण के दौरान नौ 13 अगस्त के बीच बिना सूचना के गायब पाये गये थे। संबंधित शिक्षकों के भी बिना सूचना गायब पाये गये दिन के वेतन 'नो वर्क नो पे' के तहत काटने के आदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्वारा संबंधित जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिये गये थे। इसके साथ ही संबंधित शिक्षकों पर की गयी काररवाई की रिपोर्ट भी माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने मांगी है। उनमें पटना के छह, रोहतास के 67, गया के दो, जहानाबाद के एक, औरंगाबाद के 11, मुजफ्फरपुर के छह, पूर्वी चंपारण के सात, शिवहर के 11, समस्तीपुर के चार, सहरसा के छह, पूर्णिया के दो, अररिया के नौ, बांका के एक, मुंगेर के 16, शेखपुरा के दो, लखीसराय के 10, खगड़िया के दो एवं बेगूसराय के दो शिक्षक शामिल हैं।