
सरकारी प्राइमरी स्कूलों में चलेगा चहक कार्यक्रम
*पहली के बच्चों को स्कूली शिक्षा के प्रति किया जाएगा तैयार।
*चहक टू में स्कूलों की विभिन्न गतिविधियों में भाग लेंगे बच्चे।
नवादा, निज प्रतिनिधि | जिले के सरकारी स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत पहली अप्रैल से हो चुकी है। फिलहाल स्कूलों में बच्चों का दाखिला लिया जा रहा है। खासकर प्राइमरी स्कूलों में पहली कक्षा में दाखिला लेने वाले बच्चे पहली बार स्कूली शिक्षा से जुड़ते हैं। लिहाजा इन बच्चों में स्कूल के प्रति रूझान की कमी होती है। ऐसे बच्चों को स्कूली शिक्षा से पूरी तरह जोड़ने के लिए जल्द ही सरकारी प्राइमरी स्कूलों मेरेडीस यानि चहक कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी।
इस कार्यक्रम के तहत हर प्राइमरी स्कूल में पहली कक्षा के बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक को नोडल शिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षित शिक्षक पहली कक्षा में नामांकित बच्चों को स्कूल की तैयारी संबंधी गतिविधियों व क्रिया कलापों का संचालन करेंगे। जिसमें बच्चे शामिल होंगे। इससे बच्चे स्कूल के प्रति तैयार हो सकेंगे और उनका जुड़ाव स्कूलों से होगा। स्कूल के माहौल में ढलेंगे बच्चे गतिविधियों में भाग लेने से पहली कक्षा के बच्चे स्कूल के माहौल में ढलने तथा अपने सहपाठियों से सामंजस्य बनाने में मदद मिलेगी। बच्चों को पहली कक्षा से ही गुणवत्ता शिक्षा मिलेगी तो उनका आगे काफी शैक्षणिक विकास होगा। बच्चों को भाषा व गणित विषय में रुझान बढ़ाने के लिए इस कार्यक्रम के तहत प्रयास किए जाएंगे।
स्कूलों में चलायी जाएगी गतिविधि।
बच्चों के मानसिक विकास के लिए 20 मिनट की गतिविधि होगी। इसके तहत बच्चों के वार्म अप गतिविधि के साथ ही स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा। बच्चों में मानसिक व भावनात्मक विकास की गतिविधि के लिए 40 मिनट का कार्यक्रम किया जाएगा। कहानी सुनने, पढ़ाई, व्यक्तिगत पढ़ाई के लिए पुस्तकालय का सहारा लिया जाएगा। इसके लिए 60 मिनट तय किए गए हैं। इसके साथ ही बच्चों को गणित की उपचारात्मक शिक्षा व कौशल विकास पर भी फोकस किया जाएगा। डीपीओ समग्र शिक्षा ने बताया कि अभी जिले को इस संबंध में निर्देश नहीं प्राप्त हुआ है। निर्देश मिलने पर इस कार्यक्रम को स्कूलों में चलाया जाएगा।
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1200 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटे जाने की तैयारी पूरी।
पटना । राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती की चल रही प्रक्रिया के तहत तृतीय चक्र में अंतिम रूप से चयनित करीब 1200 अभ्यर्थियों को 18 अप्रैल को नियुक्ति पत्र वितरित किये जायेंगे। शिक्षा विभाग ने इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं। अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी जिला पदाधिकारियों व जिला शिक्षा पदाधिकारियों को गुरुवार को ही विस्तृत दिशा निर्देश जारी किया था। विभाग द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक नियुक्ति पत्र निर्गत करने से पूर्व चयन सूची में अंकित मेधा अंक, एनआईसी पोर्टल पर प्रकाशित मेधा सूची एवं अंक पत्रों से मिलान करना जरूरी होगा। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी नियोजन इकाई के सदस्य सचिव की होगी। चयन सूची के शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए छह प्रतियों में नियुक्ति पत्र तैयार रहेंगे। सोमवार को नियुक्ति पत्र वितरण स्थल पर इसकी एक प्रति चयनित शिक्षक अभ्यर्थी को दी जाएगी। दूसरी प्रति निबंधित डाक से अभ्यर्थी के पते पर भेजी जाएगी।
नियुक्ति पत्र की एक-एक प्रति संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक / प्रधान शिक्षक, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को नियुक्ति पत्र वितरण की तिथि के तीन दिनों के अंदर उपलब्ध करानी होगी। इसकी छठी प्रति नियोजन इकाई के पास रेकॉर्ड के रूप में रखी जाएगी। चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र नियोजन इकाई के सदस्य सचिव के हस्ताक्षर से दिया जाना है। पदस्थापन के विद्यालय में योगदान देने हेतु तीस दिनों का समय निर्धारित है, इसका उल्लेख नियुक्ति पत्र में रहेगा। संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक, प्रभारी शिक्षक का यह दायित्व होगा कि संबंधित नियोजन इकाई से नियुक्ति की संपुष्टि कराने के बाद अभ्यर्थी का योगदान स्वीकार करें।
चार सौ अभ्यर्थियों का नियोजन रोका गया।
शिक्षक नियुक्ति का चरण होगा पूर्ण वर्ष 2019 के जुलाई से चल रहे करीब 91 हजार शिक्षकों की बहाली का मौजूदा चरण सोमवार को नियुक्ति पत्र वितरण के साथ ही पूर्ण हो जाएगा नेपाल, यूपी समेत कई जगह के प्रमाण पत्र वाले करीब चार सौ अभ्यर्थियों का नियोजन रोका गया है। और इसकी जांच चल रही है। जांच पूरी होने पर सही प्रमाण पत्र वालों को नियुक्ति पत्र देना बाकी रहेगा।
आधे से अधिक पद रह गये खाली।
शिक्षक नियोजन की पहली व दूसरी काउंसिलिंग को मिलाकर करीब 40700 प्रारंभिक शिक्षक नियुक्त किये जा चुके हैं। 1200 और सोमवार को नियुक्त हो जाएंगे। तब भी 49000 पद रिक्त ही रह जायेंगे।