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राज्यसभा में पीएम ने राज्यों को किया खतरों से आगाह
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस व अन्य विपक्ष दलों के शासन वाले कुछ राज्यों द्वारा पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाल किए जाने पर चिंता जताई और आर्थिक तंगहाली का सामना कर रहे पड़ोसी मुल्कों का हवाला देते हुए पर चलने से आगाह किया।
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे का उल्लेख किया और राज्यों से कहा कि वे ऐसा कोई पाप ना करें, जो भावी पीढ़ी को उसके अधिकारों से वंचित कर दे। उन्होंने कहा, जिनको आर्थिक नीतियों की समझ नहीं है, सत्ता का खेल खेलना जिनके सार्वजनिक जीवन का काम है, उन्होंने अर्थ नीति को अनर्थ नीति में परिवर्तित कर दिया है। प्रधानमंत्री ने ऐसे राज्यों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपने राज्यों को समझाएं कि वे गलत रास्ते पर ना चले जाएं। हालांकि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान ओपीएस का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा, हमारे पड़ोस के देशों का हाल देख रहे हैं।
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वहां पर क्या हाल हुआ है। अनाप शनाप कर्ज लेकर किस प्रकार देशों को बर्बाद किया गया है। आज हमारे देश में तत्काल लाभ के लिए ऐसा किया जाएगा तो आने वाली पीढ़यों को इसका नुकसान होगा। वे अपने को तो तबाह कर ही देंगे, देश को भी बर्बाद कर देंगे। उन्होंने कहा कि दलों के बीच राजनीतिक और वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन देश की आर्थिक सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ऐसा कोई पाप मत कीजिए जो आपके बच्चों के अधिकारों को छीन ले । आज आप मौज कर लें और बच्चों के नसीब में बर्बादी छोड़कर चले जाएं.... यह प्रवृत्ति बहुत चिंता का विषय है। देश की आर्थिक सेहत के लिए राज्यों को भी अनुशासन का रास्ता चुनना पड़ेगा। तभी जाकर राज्य भी इस विकास यात्रा का लाभ ले पाएंगे। उनके राज्य के नागरिकों का भला करने में हमें भी सुविधा हो जाएगी
बिहार के पदक विजेताओं को ए-ग्रेड नौकरी सबसे बड़े अथलेटिक्स मीट के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की घोषणा, बोले- पदक लाओ, नौकरी पाओ
बिहार के खिलाड़ी अपने खेल पर ध्यान दें और बेहतर करें। इसके अलावे राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो पदक जीतेंगे उन्हें अब बिहार सरकार ग्रेड वन की नौकरी देगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश की सबसे बड़ी 18वीं राष्ट्रीय जूनियर अंतर जिला अथलेटिक्स मीट (निडजैम) का उद्घाटन करते कहा कि वह जमाना गया जब केवल पढ़ाई को तवज्जो दी जाती थी। अब युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ खेलना भी बहुत जरूरी है। खेल से आप का और प्रदेश का नाम होगा, तो मुझे भी खुशी होगी।
पाटलिपुत्र खेल परिसर के सिंथेटिक ट्रैक पर अथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के तत्वावधान में बिहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा गुरुवार से शुरू हुई इस चैम्पियनशिप - का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में उठाये गये हैं। राजगीर में अंतरराष्ट्रीय
असुविधा न हो इसका विशेष ख्याल रखें। ताकि ये खिलाड़ी बिहार के ब्रांड एंबेसेडर बन कर अपने-अपने राज्यों में न सिर्फ बिहार के आतिथ्य को बतायें बल्कि यहां के विकास की भी चर्चा करें । उन्होंने कहा कि बाहर से आये खिलाड़ियों व अतिथियों के खाने-पीने का पूरा ख्याल रखा जाये। इन्हें न केवल बिहारी व्यंजनों को परोसा जाये बल्कि इनकी जो इच्छा हो उपलब्ध करायें । खिलाड़ियों को बिहार भ्रमण भी कराने की व्यवस्था की जाये
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं अधिकारियों को राज्य के खिलाड़ियों के लिए बेहतर साधन-संसाधन, उपकरण के साथ-साथ बेहतर प्रशिक्षण की भी व्यवस्था करने का निर्देश दिया हूं। उन्होंने कहा कि मैं खुद खिलाड़ी रह चुका हूं, इसीलिए खिलाड़ियों की परेशानियों व दर्द को महसूस कर सकता हूं। अंतरराष्ट्रीय फलक पर जब खिलाड़ी देश और राज्य का नाम रौशन करते हैं तो उन पर होने वाला खर्च कोई मायने नहीं रखता । उन्होंने कहा कि इतने बड़े इवेंट का आयोजन बिहार में होना बड़ी गौरव की बात है । उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी खेल नीति बना ली है जो अच्छा खेलेगा उसे नवाजने का काम करेंगे।