
पटना। राज्य में अप्रशिक्षित प्रारंभिक शिक्षकों की सेवामुक्ति की काररवाई शुरू हो गयी है । अप्रशिक्षित प्रारंभिक शिक्षकों की सेवामुक्ति की काररवाई शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) के तहत चल रही है
परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ की रविवार को हुई राज्यस्तरीय बैठक में इस बात पर नाराजगी जतायी गयी कि कई जिलों में अप्रशिक्षित प्रारंभिक शिक्षक सेवामुक्त किये गये हैं ।
तय हुआ कि ऐसे आदेशों के मामले में न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जायेगा। यह भी तय हुआ कि नये वर्ष में सांगठनिक मजबूती के साथ ससमय वेतन भुगतान, स्थानान्तरण, प्रोन्नति, अनुकम्पा, ग्रेड पे के मामले में दो वर्षों की सेवा बाध्यता की समाप्ति एवं बकायों के मुद्दे को लेकर शिक्षक सड़क पर उतरेंगे।बैठक की अध्यक्षता संगठन के प्रदेश संयोजक प्रणय कुमार ने की ।
प्रदेश महासचिव अखिलेश कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि समस्याओं को सुलझाने के बदले सरकार उसे बढ़ा रही है । प्रदेश कार्यकारी संयोजक नवनीत कुमार ने कहा कि समस्याओं के निराकरण के लिए शिक्षक आंदोलन पर उतरने के लिए विवश हैं । प्रदेश संगठन महामंत्री शिशिर कुमार पाण्डेय ने नियोजन इकाइयों के पुरुष शिक्षकों को भी ऐच्छिक स्थानान्तरण की सुविधा देने की मांग की ।
बैठक में प्रदेश प्रधान सचिव जमील अहमद विद्रोही, प्रदेश प्रवक्ता देवेंद्र प्रसाद सिंह, प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष मो. दाउद अली, प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव समीर, शारीरिक शिक्षक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, कार्यालय सचिव प्रवीण कुमार, संरक्षक अजय ओझा एवं मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार गुप्ता सहित उपेंद्र दूबे, सदानंद मिश्र, अरविंद कुमार यादव और सोमनाथ भाष्कर भी शामिल थे!