
1)डीईओ की बिना सहमति डीपीओ ने किया भुगतान
2)वेतन बढ़ोतरी भुगतान पर सहमति नहीं बनी
3)वेतन राशि से बकाया भुगतान पर अब बनी दूरी
4) एक शिक्षक को 30-35 हजार किया है भुगतान
लखीसराय। शिक्षा विभाग में वेतन एवं बकाया भुगतान पर शिक्षा पदाधिकारियों के बीच सहमति नहीं है। राज्य सरकार के द्वारा शिक्षकों के वेतन में 15 प्रतिशत का बढ़ोत्तरी किया गया। डीपीओ स्थापना के द्वारा वेतन भुगतान की राशि से जिला के अधिकांश प्रखंड के शिक्षकों को किया गया है।बिगत गुरुवार को सूर्यगढ़ा प्रखंड के 15 प्रतिशत बकाया भुगतान को लेकर खुब रार हुआ। शिक्षक स्थापना से जिला शिक्षा कार्यालय तक शिक्षकों ने हंगामा बरपाया उसके बाद शिक्षकों के दबाब में बकाया राशि का भुगतान कर दिया गया।
बकाया भुगतान से पहले पदाधिकारियों के बीच खुब मैच हुआ। बुधवार शाम डीईओ बिमलेश कुमार चौधरी को वेतन भुगतान की राशि से बकाया भुगतान की जानकारी मिली तो गुरुवार को वह स्थापना कार्यालय पहुंचे और मामले की जांच की। डीईओ ने ऐसे कार्यों पर नाराजगी जताई और कार्रवाई को लेकर विभाग के वरीय पदाधिकारियों को रिपोर्ट करने की बात कही। डीईओ के सख्ती के बाद डीपीओ ने सूर्यगढ़ा प्रखंड के शिक्षकों के बकाया भुगतान पर तत्काल रोक लगा दी। मामला फंसता देख स्थापना शाखा के द्वारा भुगतान के अनुमोदन को संचिका डीईओ के पास ले जाया गया लेकिन उन्होंने अनुमोदन देने से इंकार कर दिया। वहीं डीईओ ने कहा, छह प्रखंड के शिक्षकों को बकाया भुगतान किया तो अनुमति क्यों नहीं ली।
सूर्यगढ़ा प्रखंड के भुगतान से पूर्व अनुमति लेने का प्रयास किया गया। डीईओ ने भुगतान का संचिका पर अनुमति नहीं देने पर डीपीओ के द्वारा शिक्षकों के दबाब में वेतन मद की बचे राशि बकाया भुगतान कर दिया। बचे हुए राशि से बकाया भुगतान मामले में डीईओ डीपीओ स्थापना के विरूद्ध विभाग के वरीय पदाधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी
वेतन मद की राशि से बकाया का भुगतान नियम संगत नहीं है। सूर्यगढ़ा प्रखंड के बकाया भुगतान को संचिका लायी थी लेकिन राशि नहीं रहने से अनुमति नहीं दी |गई। पूर्व में भी बकाया भुगतान को लेकर अनुमति नहीं लिया गया। पूर्व में नियम के विरूद्ध हुए भुगतान के बाद अनुमित देना नियम संगत नहीं था । बिमलेश कुमार चौधरी, डीईओ, लखीसराय
अलग अलग तिथियों में हुआ राशि का भुगतान
15 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी के बकाया राशि के भुगतान के लिए विभाग द्वारा राशि उपलब्ध नहीं कराए जाने के बाद स्थापना शाखा के द्वारा भुगतान को लेकर नायाब तरीका निकाला। स्थापना शाखा के द्वारा वेतन भुगतान के बाद बचे हुए राशि से अलग अलग प्रखंडों को अलग अलग तिथियों को भुगतान कर दिया गया। एक बार भुगतान होने पर मामला फंसता देख अलग अलग तिथियों को अलग अलग प्रखंडों को भुगतान किया गया। एक शिक्षक को 30 से 35 हजार रुपए के आसपास बकाया राशि का भुगतान किया गया है।