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अस्थाई और संविदाकर्मियों को भी मिले कोरोना की दूसरी लहर में कोविड से मरने वाले राज्यकर्मियों के परिजनों को झारखंड सरकार 25-25 लाख रुपए मुआवजा देगी। स्थाई अस्थाई और संविदा पर काम करने वाले सभी कर्मचारी इसके दायरे में आएंगे। एक अप्रैल से 30 सितंबर तक कोरोना से मौत होने वाले कर्मचारियों के आश्रितों को इसका लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर यह प्रस्ताव तैयार किया गया है।
इसके इसी सप्ताह लागू होने की उम्मीद है। कोरोना की दूसरी लहर में कर्मचारियों के सामने चुनौती बढ़ गई है। इसी को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। अब तक राज्य में 500 से अधिक सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इनमें 32 पुलिसकर्मी, 28 डॉक्टर, 150 पारा मेडिकल कर्मचारी, 70 शिक्षक और पारा शिक्षक, सचिवालय के 20 कर्मचारी और झारखंड प्रशासनिक सेवा के आठ अधिकारी शामिल हैं।
ड्यूटी पर आने से कतराने लगे हैं कर्मचारी।
कोरोना महामारी में मौत के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए बड़ी संख्या में कर्मचारी ड्यूटी पर आने से कतराने लगे थे। ऐसे में परिजनों को मदद देकर कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसी योजना शुरू कर रही है।