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स्कूल निर्माण में लगने वाली सामग्रियों की होगी लैब जांच।
1)लगातार हो रही गड़बड़ी पर बरती जा रही सख्ती।
2) अब एक ही जगह से की जाएगी खरीदारी।
मुजफ्फरपुर | स्कूल भवन में लगने वाली ईंट, बालू, सीमेंट, गिट्टी की मान्यता प्राप्त लैब में जांच कराई जाएगी। लैब में जांच कराने के बाद ही स्कूल भवन का निर्माण संबंधित विभाग और इंजीनियर करा सकेंगे।
स्कूल भवन निर्माण में लगातार हो रही गड़बड़ी पर समग्र शिक्षा अभियान ने यह सख्ती की है। इसके साथ ही भवन निर्माण में लगने वाली सामग्रियों की खरीदारी की प्रक्रिया में भी विभाग ने बदलाव किया है। निर्माण सामग्री अब एक ही जगह से खरीदनी होगी। वहीं, जांच के नाम पर भी फर्जीवाड़ा नहीं किया सके। इसे लेकर मान्यता प्राप्त लैब की सूची भी जारी की गई है। इनमें ही सामग्रियों की जांच करानी है। विभाग ने निर्देश दिया है कि एनएबीएल समेत अन्य लैब में निर्माण सामग्रियों की जांच होगी। यही नहीं, निर्माण स्थल पर जांच रिपोर्ट रहेगी, ताकि विभागीय अधिकारी समेत आम लोग भी इसका अवलोकन कर सकें। राज्य परियोजना निदेशक असंगबा चुबा आओ ने सभी जिले के डीईओ व डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान को निर्देश दिया है।
प्रारंभिक शिक्षक कल्याण संघ की बैठक संपन्न।
बिहटा (पटना)। प्रारंभिक शिक्षक कल्याण संघ प्रखंड इकाई बिहटा की बैठक शनिवार को शहर के केटू होटल के सभागार में आयोजित की गयी। बैठक की अध्यक्षता जिला संगठन प्रभारी प्रवीण रंजन एवं मंच संचालन प्रदेश सचिव राजेश्वर कुमार यादव ने की। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रदेश अध्यक्ष शशि रंजन सुमन, प्रदेश महासचिव आनंद कुमार मिश्रा, प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि मुकेश कुमार यादव, उप प्रमुख वरुण कुमार यादव ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शशि रंजन सुमन ने संघ की 9 सूत्री संकल्प पत्र पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए संघ के निर्माण व इसके आगे की रणनीति की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विगत कई वर्षों से संघों के क्रियाकलापों के कारण शिक्षकों का संघ के प्रति मोहभंग हो रहा था। ऐसे में संघ के प्रति शिक्षकों के विश्वास को पुर्नस्थापित करते हुए उनके समस्याओं का निराकरण कराया जाएगा।
प्रदेश महासचिव आनंद कुमार मिश्रा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की उदासीनता के कारण शिक्षकों को विभिन्न समस्याओं से झूझना पड़ रहा है। संघ के प्रतिनिधि पिछले दो वर्षों से स्वतंत्र रूप से भी सभी स्तरों पर शिक्षकों के हित में कार्य करते आ रहे है और अब संघ के गठन के बाद समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर रहते हुए कार्य कर रहे है। बैठक को रविन्द्र राज उर्फ टीमल सिंह, अजय कुमार, डॉ. चंदन कुमार, इम्तेयाज खान, एजाज अहमद, शैलेन्द्र कुमार सिंह, संतोष कुमार राय, संजय कुमार, शैलेश कुमार, मो. तनवीर अहमद, चंदन कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रखंड कार्यकारणी का गठन प्रदेश महासचिव आनंद कुमार मिश्रा की देख रेख में सम्पन्न हुआ। कार्यकारणी में अध्यक्ष पद पर ललन प्रसाद प्रियदर्शिनी, महासचिव पद पर रुब्बी कुमारी, उपाध्यक्ष उमेश सिंह, देव नारायण राम, ज्योति कुमार रंजन, विनोद यादव, कोषाध्यक्ष राजीव कुमार, सचिव पंकज पाठक, बिजेंद्र कुमार, जितेंद्र कुमार सिंह, कन्हाई सिंह व निकिता कुमारी, संयुक्त सचिव अरविंद कुमार, शर्मिला गुप्ता, रमेश कुमार यादव, धर्मेन्द्र कुमार ठाकुर, मुकुल कुमार व रौशन चयन किया गया।
इंटर पास छात्राओं को जल्द दी जाएगी प्रोत्साहन राशि।
पटना : वर्ष 2021 की इंटर परीक्षा में प्रदेशभर से पांच लाख 24 हजार 156 छात्राएं सफल हुई थीं। इनमें से तीन लाख 10 हजार को प्रोत्साहन राशि मिल चुकी है। शेष दो लाख आठ हजार को मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना का लाभ इसलिए नहीं मिल पाया कि उनके आवेदन पोर्टल पर उपलब्ध नहीं हो पाए थे। अब शिक्षा विभाग प्रोत्साहन राशि से वंचित छात्राओं को जल्द ही योजना का लाभ दिलाने जा रहा है। राशि स्वीकृति के लिए वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना के तहत इंटर पास करने वाली अविवाहित छात्राओं को 10-10 हजार रुपये देने का प्रविधान है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने योजना से वंचित छात्राओं को राशि भुगतान की प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है | माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि लाभुक छात्राओं की सूची मेधा साफ्टवेयर पर सप्ताहभर के अंदर अंदर शिक्षा विभाग ने राशि की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया।
लाभुक लड़कियों को मेधा साफ्टवेयर से होगा राशि का भुगतान अपलोड करना सुनिश्चित कराएं। सूची अपलोड होने के बाद उसका बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से प्राप्त लिस्ट से मिलान किया जाएगा। छात्राओं के सही नाम, आधार एवं बैंक विवरण भी सत्यापित कर उसे उपलब्ध कराने को कहा गया है, ताकि डीबीटी के माध्यम से लाभुकों के खाते में राशि भेजी जा सके। खास बात यह कि इस साल से मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना के क्रियान्वयन में बदलाव किया गया है, ताकि इंटर पास करने वाली अविवाहित लड़कियों को मेधा साफ्टवेयर पर सूची होने के बाद बिहार बोर्ड से उसका सत्यापन कराकर राशि सीधे उसके खाते में भेजी जाए। इससे पहले इस योजना के तहत लाभुकों के नाम पर डीडी या चेक जिला शिक्षा कार्यालयों में भेजी जाती थी। वहां से विद्यालयों की राशि भेजी जाती थी।