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नारेबाजी भी की डीईओ ने अगले दिन में अगस्त माह का वेतन भुगतान का दिया आश्वासन
बेगूसराय। बकाया वेतन, हड़ताल अवधि का वेतन, विभिन्न मद का बकाया एरियर का भुगतान नहीं होने पर टीपीएसएस ने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंक कर विरोध जताया। इससे पहले संघ से जुड़े शिक्षकों ने हाथों में अपनी मांगों की तख्ती लिए और नारेबाजी करते हुए डीईओ कार्यालय पहुंचे। टीपीएसएस के राज्य संयोजक राजू सिंह ने बताया कि राज्य सरकार और शिक्षा विभाग नियोजित शिक्षकों के प्रति सौतेला व्यवहार अपना रही है। जिले के शिक्षकों का अगस्त, सितंबर, अक्टूबर तीन महीने का वेतन बकाया है। इसके अतिरिक्त हड़ताल अवधि का वेतन, विभिन्न मद का अंतर वेतन आदि बकाया है।लेकिन निष्ठुर विभाग और उसके मंत्री और विभागीय पदाधिकारी ने दुर्गा पूजा में भी शिक्षकों को वेतन नहीं दिया।
अब दीपावली और छठ जैसे महापर्व में भी वेतन नहीं देना अमानवीयता का परिचायक है। इतना ही नहीं शिक्षा मंत्री ने हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान होने की झूठी जानकारी भी विधान परिषद में दी।इसके अलावे कहा कि संघ की ओर से जिला और राज्य स्तरीय विभागीय वरीय पदाधिकारी को वेतन और एरियर मद में आवंटन उपलब्ध कराने को लेकर पत्राचार किया गया। जिलाध्यक्ष मिलन कुमार मिश्रा ने कहा कि अब शिक्षकों का धैर्य जवाब दे गया है। बिना वेतन भूखे पेट रहकर काम नहीं हो सकता है। जिला सचिव कन्हैया भारद्वाज ने कहा कि विभाग की ओर से लेटर निकालकर काम का दायरा बढ़ा दिया गया है। लेकिन जब वेतन देने का समय आता है तो विभाग झूठे वायदे करता है। इसके अलावे अन्य शिक्षक नेताओं ने कहा कि पिछले साल पांच सितंबर को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि एक अप्रैल 2021 से लागू करने की घोषणा की थी। लेकिन सात माह बीतने के बाद भी इसको लागू नहीं किया गया।
यह नियोजित शिक्षकों के साथ छलावा है। जानबूझकर फाइल को वित्त विभाग में अटकाकर रखा गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार नियोजित शिक्षकों का शोषण करना बंद करे पुतला दहन के बाद संघ का प्रतिनिधि मंडल जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ स्थापना से मिलकर वेतन की मांग की गई। जिस पर डीईओ ने अगस्त माह का वेतन कल तक देने की बात कही है। इसके अलावे शेष दो माह सितंबर और अक्टूबर का वेतन राज्य से प्राप्त होते की देने की बात कही। मौके पर संघ के महासचिव मनोहर राय, संयोजक रत्नेश कुमार, उपाध्यक्ष संजीत कुमार, राजेश पाठक, संदीप कुमार, गोपाल कुमार, आलोक कुमार, बलिया अध्यक्ष मो. असफाक अहमद, राजीव कुमार सुजीत शांडिल्य, प्रियांक कुमार, रामकल्याण कुमार, राजेश कुमार, सुबोध कुमार, बछवाड़ा अध्यक्ष प्रदीप कुमार, अजीत कुमार मनोज प्रभाकर सहित अन्य मौजूद थे।