
जिले के कई शिक्षक विभिन्न स्टेशनों पर किए गए हैं तैनात
पटना शिक्षकों के कोरोना संक्रमित होने के बाद जिले के स्कूलों में ताला लगना शुरू हो गया। अब तक जिले के तीन स्कूलों में शिक्षकों के संक्रमित होने के कारण ताला लग चुका है। इसके अलावा जिले के कई शिक्षक राजधानी के विभिन्न स्टेशनों पर तैनात किए गए हैं, उनमें से अधिकांश संक्रमित हो चुके हैं।
राज्य के 80 हजार सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के लिए कोरोना काल में विभाग ने जारी किया फरमान।
पटना जिला के कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार का कहना है कि अब तक जिले के तीन स्कूलों में शिक्षकों के संक्रमित होने के कारण ताला लगाना पड़ा है। इसे आगे और बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके अलावा काफी संख्या में सरकार ने शिक्षकों को राजधानी के विभिन्न स्टेशनों पर तैनात किया है।
खासकर पटना जंक्शन, दानापुर स्टेशन, पाटलीपुत्रा स्टेशन सहित कई स्टेशनों पर शिक्षकों को तैनात किया गया है। ये शिक्षक राज्य के बाहर से आने वाले लोगों को मदद कर रहे हैं।प्राथमिकता के आधार पर शिक्षकों का टीकाकरण हो शिक्षकों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण करने की जरूरत है। प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार का कहना है कि जिन शिक्षकों को सरकार स्टेशनों पर या अन्य गैर शिक्षण कार्य में उपयोग कर रही है। कम से कम उनकी प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण कराया जाए।
ऑनलाइन शिक्षा पर भी लग सकता ग्रहण।
शिक्षकों के कोरोना संक्रमित होने के कारण निजी स्कूलों की ऑनलाइन शिक्षा भी प्रभावित होने लगी है। एसोसिएशन आफ पब्लिक स्कूल्स के अध्यक्ष डॉ. सीबी सिंह का कहना है कि काफी संख्या में शिक्षक एवं स्कूल प्रबंधन के कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। ऐसे में सामान्य दिनों की तरह ऑनलाइन क्लास चलाने में परेशानी हो रही है। एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष एके नाग का कहना है कि जब तक कोरोना का संक्रमण कम नहीं होता तब तक ऑनलाइन क्लास को सुचारू रूप से चलाने में परेशानी हो सकती है।