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• प्रखंड स्तरीय क्रय समिति की बैठक के बाद 15 दिनों के अंदर मिलेगी पेनड्राइव, बीईओ को दी जिम्मेदारी
निष्ठा का ऑनलाइन प्रशिक्षण हासिल करने वाले जिले के 10826 शिक्षकों के खाते में हाई डाटा स्पीड की राशि के रूप में प्रति शिक्षक 500 रुपए मिलेंगे। वहीं, उन्हें 32 जीबी का पेन ड्राइव उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें निष्ठा का प्रशिक्षण मॉड्यूल का कंटेंट लोड होगा, ताकि इसका इस्तेमाल शिक्षक भविष्य में पठन-पाठन में कर सकें। पेन ड्राइव के लिए प्रति शिक्षक 400 रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई है।
यानी 43.30 लाख रुपए की पेनड्राइव शिक्षकों के लिए खरीदी जाएंगी। डाटा राशि के रूप में शिक्षकों के खाते में ट्रांसफर के लिए कुल 54.13 लाख रुपए दिए गए हैं। बिहार शिक्षा परियोजना ने जिले के सभी बीईओ को इसकी जानकारी देते हुए कहा, प्रखंड स्तरीय क्रय समिति की बैठक करने के बाद 15 दिनों के अंदर शिक्षकों को पेन ड्राइव उपलब्ध कराना है। पेन ड्राइव खरीदने और डाटा के लिए खाता में दी जाने वाली राशि के तौर पर कुल 97.43 लाख राशि उपलब्ध करा दी गई है। ट्रेनिंग के दौरान 18 मॉड्यूल का प्रशिक्षण प्राप्त करने वालों को इसका लाभ मिलेगा।
ई-लॉट्स की ट्रेनिंग के लिए 5 मास्टर ट्रेनर चयनित
शिक्षकों को ई-लॉट्स यानी ई-लाइब्रेरी ऑफ टीचर्स एंड स्टूडेंट्स की ट्रेनिंग देने के लिए जिले से 5 मास्टर ट्रेनर का चयन किया गया है। इन्हें पहले ऑनलाइन ट्रेनिंग मिलेगी। इसके लिए जिले से हिंदी शिक्षक के रूप में हाईस्कूल कांटी के निशांत कुमार, अंग्रेजी शिक्षक के रूप में डीएन हाईस्कूल के शिक्षक रवीश कुमार, गणित में जिला स्कूल के संजीव कुमार, साइंस में जिला स्कूल के जीबू झा और सोशल साइंस में हाईस्कूल अजीजपुर के
डॉ. अमरेश कुमार को चुना गया है। यह जानकारी गुणवत्ता शिक्षा संभाग प्रभारी सुजीत कुमार ने दी। उन्हाेंने बताया कि जिले के मास्टर ट्रेनरों का प्रशिक्षण जूम एप से 21 जून को होगा। इसमें डीईओ, सभी डीपीओ समेत कुल 12 लोग शामिल होंगे। मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण लेने के बाद शिक्षकों को ई-लॉट्स की ट्रेनिंग देंगे। यहां कक्षा 1 से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए स्टडी मैटेरियल है।