
पटना। टीईटी-एसटीईटी शिक्षक अलग संवर्ग की मांग को लेकर गोलबंद हैं। अलग संवर्ग के गठन करने को लेकर टीईटी शिक्षकों ने बुधवार को ट्विटर कैम्पेन चलाया।
ट्विटर कैम्पेन टीईटी शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति एवं टीईटी शिक्षक संघ ने चलाया था । संगठन के प्रवक्ता कमलेन्द्र सिंह ने बताया कि टीईटी शिक्षकों ने ट्वीट करते हुए अपनी बात रखी। ट्विटर अभियान में विजय सिंह, आकाश, अल्पना करण, नेहा सिंह, विकास रंजन, संजय सिंह रामएकबाल दुबे, चंचल दुबे, मंजीता कुमारी, प्रभा सिंह, राकेश कुमार, मनोज कुमार, अतुल कुमार, रविशंकर कुमार, उमेश यादव, टुनटुन कुमार, अमीम आलम।
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रीता कुमारी सहित हजारों शिक्षकों ने अपने ट्वीट के माध्यम से टीईटी शिक्षको के लिए अलग संवर्ग की मांग की। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप डिसूज़ा ने कहा है कि समान काम समान वेतन के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने एनसीटीई, आरटीई के तहत सभी प्रावधानों को पूर्ण करने वाले राज्य के सवा लाख शिक्षको को स्टेट टीचर मानने एवं बेटर स्केल देने का उल्लेख न्यायनिर्णय के पाराग्राफ-78 में किया दूसरी ओर टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ (गोपगुट) प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक एवं प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पाण्डेय ने सरकार से मांग की है।
राज्य में टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों का अलग संवर्ग घोषित करते हुए राज्यकर्मी माने और उसी के अनुरूप वेतन भत्ते का निर्धारण करे। संगठन के प्रदेश सचिव अमित कुमार, शाकिर इमाम, नाजिर हुसैन, संजीत पटेल एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी राहुल विकास ने कहा है कि सीआरसीसी बीआरपी के चयन में स्नातक ग्रेड के शिक्षकों को प्राथमिकता मिले, प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति का अवसर, विरमण तिथि से ग्रेड पे, पुरुष शिक्षकों को भी ऐच्छिक स्थानांतरण, एरियर के भुगतान के साथ अप्रशिक्षित रह गए शिक्षकों को प्रशिक्षण पूर्ण करने का अवसर मिले