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पटना। राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों और सभी शैक्षणिक संस्थानों में एक जून से वायोमीट्रिक तरीके से उपस्थिति दर्ज होगी। इसको लेकर मुख्य सचिव आमिर सुवहानी ने सभी डीएम के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग कर समीक्षा की। मुख्य सचिव ने वैठक के दौरान कहा कि राज्य में सचिवालय से लेकर प्रखंड सह अंचल कार्यालयों में वायोमीट्रिक तरीके से उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था को एक जून से लागू करने का निर्णय लिया गया है। वेहतर लोक सेवा के नजरिए से यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने इस व्यवस्था को सभी स्तर पर कार्यप्रणाली के सुदृढ़ीकरण के दृष्टिकोण से इसे आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आने वाले दिनों में क्रमश: इस व्यवस्था को सभी सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में लागू करने की योजना है। मालूम हो कि राज्य सरकार के सचिवालयों और विधान मंडल के दोनों सदनों में यह व्यवस्था पहले ही लागू की गयी थी। व्यवस्था सफल नहीं हो पायी थी सरकार ने फिर से वायोमीट्रिक तरीके से उपस्थिति दर्ज कराने की व्यवस्था लागू करने जा रही है।
50 हजार प्रधानाध्यापक व प्रधान शिक्षक नियुक्ति होंगे
• आवेदन 21 अप्रैल तक सुधार 30 तक संभव
• उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 6421 पदों पर नियुक्ति
पटना। राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक व प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति होगी। दोनों मिलाकर लगभग 50 हजार नियुक्ति होनी है। इनमें उच्च माध्यमिक के लिए 6421 व प्राथमिक के लिए 42 हजार पदों के लिए बीपीएससी परीक्षा लेगा।
आयोग के अनुसार अभ्यर्थी 21 अप्रैल तक आवेदन कर सकते हैं। वहीं आवेदन में 30 अप्रैल तक सुधार कर सकते हैं। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि अब तक साढ़े 12 हजार शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया है।
पहली बार 6421 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति परीक्षा के आधार पर होगी। महिला उम्मीदवारों के लिए 2179 पद सुरक्षित होंगे। इसके पहले साक्षात्कार और अनुभव के आधार पर प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति होती रही है। इसमें वरीयता के आधार पर प्रभारी प्राचार्यों की नियुक्ति होती रही है। आयोग की ओर से परीक्षा में हए बदलाव की सूचना को वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया है। उच्च माध्यमिक विद्यालय में कम से कम आठ वर्ष का अनुभव होना चाहिए। माध्यमिक विद्यालयों में दस वर्षों का अनुभव चाहिए। साथ ही सीबीएसई, बीएसईबी और आईसीएसई से स्थायी संबद्धता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय में 12 वर्ष रेगुलर सेवा जरूरी होगा।
परीक्षा में ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा में 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे। जिसमें सामान्य अध्ययन से 100 अंक एवं बीएड कोर्स से संबंधित 50 अंकों की परीक्षा होगी। प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित है, प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटे जाएंगे।