
जांच के लिए जून से सॉफ्टवेयर पर अपलोड होंगे शिक्षकों के सर्टिफिकेट।
प्रारंभिक से लेकर उच्च और उच्चतर माध्यमिक 3.57 लाख नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक और प्रशिक्षण संबंधी सर्टिफिकेट वेब पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया इस माह के अंत या जून के प्रथम सप्ताह से शुरू होगी शिक्षा विभाग ने इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार करा लिया है। तीन चरणों की जांच पूरी करने के बाद एआईसी इसे फाइनल करने में जुटा है।
शिक्षकों को ऐसा क्या मिल गया कि शिक्षकों ने कहा, शिक्षा मंत्री का आभार जरुर जान लें।
अप्रैल में ही वेब पोर्टल लांच कर सर्टिफिकेट अपलोड कराना शुरू करना था। लेकिन कोरोना के कारण इसमें देर हो रही है। इससे जुड़े अधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने से देर हो रही है। हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार सभी नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच करानी है। एक लाख तीन हजार ऐसे शिक्षक हैं, जिनके शैक्षणिक और प्रशिक्षण - संबंधी सर्टिफिकेट (फोल्डर) निगरानी विभाग को जांच के लिए नहीं मिल सके हैं।
वेब पोर्टल में दर्ज होंगे नियोजन इकाई के नाम।
वेबपोर्टल पर जिलावार, प्रखंडवार और नियोजन इकाई वार विवरणी संबंधित जिला के डीईओ कार्यालय द्वारा अपलोड होगा। निर्धारित समय सीमा में प्रमाणपत्र अपलोड करना है। निर्धारित समय में जो शिक्षक अपना प्रमाण पत्र, अंक पत्र और नियोजन पत्र की प्रति वेबपोर्टल पर अपलोड नहीं करेंगे, माना जाएगा कि उन्हें नियुक्ति की वैद्यता मामले में कुछ नहीं कहना है। ऐसे शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछ कर संबंधित नियोजन इकाई द्वारा उनकी सेवा समाप्त करते हुए वेतन में मिली राशि वसूल की जाएगी ।