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कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर शिक्षा विभाग चौकन्ना हो गया है. उसने शिक्षकों तक यह संदेश पहुंचा दिया है कि अगर तीसरी लहर की नौबत बिहार में आती है, तो उसके लिए वह कंटेंट तैयार रखें, जिसे जरूरत पड़ने पर स्कूली बच्चों को मुहैया कराया जा सके. शिक्षा विभाग ने स्कूली शिक्षकों तक यह संदेश बिहार शिक्षा परियोजना के रास्ते पहुंचाया है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक विभाग की मंशा है कि वह बच्चों की पढ़ाई को किसी भी रूप में बाधित नहीं होने पाये. लिहाजा उसने शिक्षकों के बीच संदेश पहुंचवाया है कि वह ऐसी पठन सामग्री पहचानें , जिससे संबंधित कक्षा का बेसिक ज्ञान बच्चों को कराया जा सके. कुल मिला कर प्रदेश में सामान्य तौर पर स्कूल खुल रहे हैं. इसके बाद भी शिक्षा विभाग 'मेरा दूरदर्शन मेरा विद्यालय' कार्यक्रम दिसंबर तक जारी रखेगा. इसमें किसी तरह की ढिलाई नहीं बरत रहा है, ताकि ऐसे स्कूली बच्चे जो अब भी किसी कारण से स्कूल नहीं आ रहे हैं, वे दूरदर्शन के माध्यम से घर पर ही पढ़ाई कर सकें. वहीं बिहार शिक्षा परियोजना ने सभी डीइओ को प्राइवेट स्कूलों में ऑनलाइन कंटेट तैयार करने को कहा है.
निजी स्कूल आनलाइन कक्षा का भी विकल्प दें
पटना : जिले के सभी निजी विद्यालय आफलाइन के साथ बच्चों को आनलाइन क्लास का विकल्प भी मुहैया कराएंगे। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी अमित कुमार ने जिले के सभी निजी स्कूलों के प्राचार्यों एवं निदेशकों को निर्देश दिया है।
अधिकांश निजी स्कूल आफलाइन क्लास संचालित कर रहे हैं। शिक्षा विभाग ने तीस नवंबर को गृह विभाग द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन के संचालन की प्रक्रिया के तहत यह निर्देश दिया है। स्कूलों में बच्चों एवं कर्मियों को मास्क लगाना होगा।
टीकाकरण के बाद ही कर्मियों को स्कूल में मिलेगा प्रवेश :
जिला शिक्षा अधिकारी ने निर्देश दिया है कि टीकाकरण के बाद ही किसी कर्मी को स्कूल में प्रवेश दिया जाए। जिन स्कूल कर्मियों ने टीकाकरण नहीं कराया है, उन्हें रोका जाएगा। स्कूल वाहनों को प्रतिदिन सैनिटाइज करना होगा। विद्यार्थी की तबीयत खराब होने पर उसे कक्षा से अलग रखा जाएगा।
शाम को आनलाइन क्लास :
एसोसिएशन एसोसिएशन आफ पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष डा. सीबी सिंह एवं कोषाध्यक्ष एके नाग ने कहा कि आफलाइन क्लास के अलावा निजी विद्यालय आनलाइन क्लास भी चल रहे हैं। कम समय में कोर्स पूरा करने के लिए आफलाइन एवं आनलाइन का सहारा लिया जा रहा है।