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ओडिशा सरकार ने स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश 50 दिन से घटाकर 10 दिन करने की शनिवार को घोषणा की. कोविड-19 के कारण स्कूलों के बंद रहने से पढ़ाई को हुए नुकसान के मद्देनजर विद्यार्थियों के हित में यह फैसला लिया गया है. स्कूल और सर्व शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया कि " ग्रीष्म अवकाश की अवधि को कम कर 6 जून 16 जून, 2022 तक किया गया है. एक अधिकारी ने बताया कि स्कूलों में होने वाली 50 दिनों की गर्मी की छुट्टियां अब 10 दिनों की होंगी. साथ ही उन्होंने कहा कि गर्मी को ध्यान में रखते हुए 1 मई से 5 जून तक स्कूलों में शिक्षण का समय सुबह 6 बजे से 9 बजे तक होगा. पिछले दो वर्षों से राज्यों में कोविड-19 के कारण लागू लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद रहे. बिना परीक्षा दिये ही विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नति दे दी गयी.
कोर्ट के आदेश पर शिक्षक नियोजन के लिए काउंसिलिंग
शिक्षक नियोजन राज्य अपीलीय प्राधिकार के निर्देश पर करीब 12 वर्षों से चले आ रहे एक मामले में शनिवार को प्रखंड की सुखरौली पंचायत में दो अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराई गई। शनिवार को सुखरौली के पंचायत भवन में पंचायत सचिव ने शिक्षक नियोजन के लिए इब्राहिमपुर निवासी राजबल्लभ सिंह और बचरी निवासी लालमोहर राम के पुत्र कमलेश राम की काउंसिलिंग कराई।
कमलेश राम ने बताया कि वर्ष 2008 के पंचायत शिक्षक नियोजन के दौरान सुखरौली पंचायत में राजबल्लभ सिंह और कमलेश राम ने आवेदन दिया था, लेकिन कथित तौर पर उस दौरान मेधा अंक होने के बावजूद नियोजन इकाई ने उनसे कम अंक वाले अभ्यर्थियों का नियोजन कर दिया था । तब इसके विरुद्ध दोनों अभ्यर्थियों ने जिला अपीलीय प्राधिकार का दरवाजा खटखटाया था। अपीलीय प्राधिकार के बाद हाईकोर्ट और राज्य अपीलीय प्राधिकार में 12 वर्षों तक लंबी लड़ाई लड़ने के बाद राज्य अपीलीय प्राधिकार ने भोजपुर जिला प्रशासन को उक्त दोनों अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराने का निर्देश दिया है। उक्त निर्देश के आलोक में शनिवार को दोनों अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराई गई। काउंसिलिंग कराये जाने के बाद दोनों अभ्यर्थियों ने खुशी जाहिर करते हुए इसे न्याय की जीत बताया है।