
जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पार्टी कार्यालय के कर्पूरी सभागार में शुरू हो गई है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बैठक चल रही है। इसमें शामिल होने के लिए तमिनाडु, केरल, बंगाल और झारखंड के प्रतिनिधि भी पहुंचे हैं। बैठक से पहले जदयू महासचिव संजय झा ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हर मुद्दे पर चर्चा होगी। अरुणाचल के मुद्दे पर भी बात होगी, उसका असर बिहार में देखने को नहीं मिलेगा। हमारा गठबंधन बिहार में है, उसके बाहर हम आमने-सामने लड़ते रहे हैं।
केसी त्यागी बोले -बीजेपी ने अरुणाचल में अमित्रतापूर्ण व्यवहार किया |
पांच साल तक चलेगी सरकार
जदयू नेता संजय झा ने यह भी कहा कि अरुणाचल में हमारे विधायक समर्थन दे रहे थे, इसके बाद भी क्यों तोड़ा, ये मंथन का विषय। विरोधी निशाना साध रहे, इसके अलावा उनके पास क्या काम? वो सिर्फ सपना देखते रहें, सरकार पांच साल तक चलेगी। इस पांच साल में किसी के लिए कोई संभावना नहीं है। वहीं, बैठक में भाग लेने से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने बताया कि अरुणाचल में जो हुआ, वो बहुत दुखद है। वहीं, बैठक में हिस्सा लेने के लिए आए श्रावण कुमार ने अरुणाचल के मुद्दे पर कहा कि कभी खुशी, कभी गम का दौर आता रहता है। जदयू पहले से इसका सामना करती रही है। हर स्थिति से हमारा दल निपट लेगा। आज की बैठक में सब मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
केसी त्यागी के बयान पर हुआ था सियासी बवाल
इससे पहले शनिवार को जदयू राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई थी। इसमें पार्टी के 25 नेताओं ने हिस्सा लिया था। बैठक में जाने से पहले केसी त्यागी के बयान पर भाजपा और जदयू के बीच तल्खियां भी बढ़ी हुई दिखी। केसी त्यागी ने कहा था कि अरुणाचल में भाजपा ने जो किया वो अमित्रतापूर्ण व्यवहार है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव का बयान आते ही भाजपा ने पलटवार किया। भाजपा प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि जदयू को अपने विधायकों को कंट्रोल में रखना चाहिए, वे भाजपा पर बेवजह दोष मढ़ रहे हैं।