
पटना उच्च न्यायालय ने तीन महीने के अंदर नियोजन नियमावली, 2012 के अनुरूप अहर्ता रखने वाले शिक्षकों को प्रधानाध्यापक ग्रेड में प्रोन्नति देने का कार्य पूर्ण करने का आदेश दिया है। शिक्षक नियोजन नियमावली, 2012 के अनुसार स्नातक ग्रेड प्रशिक्षित शिक्षक के रूप में पांच वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले शिक्षकों को प्रधानाध्यापक ग्रेड में प्रोन्नति के प्रावधान के बावजूद संबंधित शिक्षकों को इसका लाभ नहीं मिल रहा था। इसे पटना उच्च न्यायालय में चुनौती दी गयी थी। टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ की ओर से अधिवक्ता निर्मल सिंह और विशाल विक्रम राणा द्वारा रिट याचिका दायर की गयी थी। टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के राज्य संयोजक राजू सिंह, राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुधांशु कुमार देव, आलोक रंजन, शैलेन्द्र राय, जय प्रकाश भगत, राजीव रंजन, मनीष सिंह, अंकित कुमार सुजीत कुमार शांडिल्य केशव कुमार ने इस फैसले पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए प्रोन्नति का लाभ पाने वाले सभी स्नातक ग्रेड टीईटी शिक्षकों को बधाई दी है।
स्कूली बच्चों की 'अक्ल' बदलेगी देश की 'शक्ल'।
स्कूल में पढ़नेवाले बच्चों का एक छोटा-सा विचार देश की सूरत बदल सकता है। बस उन्हें इस पर खुलकर सोचने की जरूरत है। इसके लिए केजी से 12वीं तक के बच्चे बोर्ड को अपना आइडिया देंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) कौशल एवं उद्यमिता मंत्रालय के मैनेजमेंट आंत्रप्रिन्योरशिप प्रोफेशनल स्किल काउंसिल (एमईपीएससी) के सहयोग से "इंडिया 75 यूथ आइडियाथन' शुरू करने जा रहा है। यह स्कूल स्तर का देश का विशालतम विचार महोत्सव है। इसमें विद्यार्थियों को अपने मौलिक आइडिया देने हैं। महोत्सव की थीम है, 'मेरा आइडिया जो बदल दे भारत' । बच्चों के विचार लेने के पीछे बोर्ड का उद्देश्य 21वीं सदी के लिए महत्वपूर्ण कौशल नवाचार और उद्यमशीलता की मानसिकता का विकास और निर्माण करना है। यह स्टार्टअप इंडिया और नई शिक्षा नीति 2020 के लिए भी महत्वपूर्ण है। बोर्ड के अनुसार, यह तीन स्तरीय ऑनलाइन प्रोग्राम है।
केजी से 12वीं तक के बच्चे सीबीएसई को भेजेंगे आइडिया एमईपीएससी भी है सहयोगी जिसे 21 सितंबर को लांच किया जाएगा।
महोत्सव का फाइनल 13 नवंबर को होगा।
छात्र अपने मौलिक आइडिया https://youthideathon.in/ वेबसाइट पर उपलब्ध फॉर्म के माध्यम से भेज सकते हैं। बोर्ड का मानना है कि इस विचार महोत्सव से स्कूली बच्चों में जमीनी स्तर की समस्याओं के बारे में शोध करने और उनके रचनात्मक समाधान खोजने की प्रवृति प्रोत्साहित होगी। इससे उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास भी होगा। राष्ट्रीय राज्य स्तर और थीम पुरस्कार विजेता को विभिन्न इनक्यूबेटरों के माध्यम से परामर्श सहायता प्रदान की जाएगी। बोर्ड ने सभी संबद्ध स्कूलों प्रमुखों से कहा है कि वे अपने छात्रों और फैकल्टी को इसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें। इसमें पंजीकरण और अधिक जानकारी https://youthideath on.in/ वेबसाइट से प्राप्त की जा सकती है।