
उपर्युक्त विषयक आपके द्वारा उपलब्ध कराये गये शिक्षक वेतन भाग-पत्र के आधार पर विषयांकित कोटि के शिक्षकों का माह जून-2022 तक के वेतन भुगतान हेतु आवश्यक राशि रू0 37,60,84,80008/- (रू० सैतीस अरब साठ करोड़ चौरासी लाख अस्सी हजार आठ) मात्र GOB मद से आपको उपलब्ध करायी जा रही है (जिलावार विवरणी संलग्न)।
उपर्युक्त संदर्भ में निदेश दिया जाता है कि जिले में शिक्षक वेतन मद में पूर्व से उपलब्ध राशि का अपने स्तर से समीक्षा करते हुए एवं शिक्षक वेतन हेतु मुख्यालय से निर्गत पूर्व के निदेशों का अनुपालन करते हुए राशि प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर वेतन भुगतान कर राज्य कार्यालय को सूचित करना सुनिश्चित करेंगे।
शिक्षा विभाग ने अब बीईओ को सौंपी सत्यापन कराने की जिम्मेदारी
एक हजार से अधिक शिक्षकों के सर्टिफिकेट का सत्यापन फंसा
बंद नहीं होगा शिक्षकों का वेतन, शपथ पत्र लेकर किया जाएगा भुगतान
छठे चरण में नियुक्त एक हजार से अधिक शिक्षकों के सर्टिफिकेट का सत्यापन बीआरए बिहार विश्वविद्यालय और शिक्षा विभाग के बीच अटक गया है। बिहार विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि विवि में सत्यापन के लिए डिग्री पेंडिंग है। जबकि, जिला नियोजन कोषांग प्रभारी ने इससे इनकार किया है। इससे मामला फंस गया है।
विभाग ने बिहार के बोर्ड और विश्वविद्यालय से जारी सर्टिफिकेट के सत्यापन के लिए 30 जून तक का समय निर्धारित किया था। कोषांग का कहना है कि जिले में चयनित 75 प्रतिशत शिक्षकों के सर्टिफिकेट का सत्यापन हो चुका है। 400 शिक्षक जिनका सर्टिफिकेट दूसरे राज्य का है, सिर्फ उनका सत्यापन बाकी है। ऐसे में सभी बीईओ को सत्यापन कराने की जिम्मेदारी दी गई है। वैसे सर्टिफिकेट के सत्यापन के लिए शिक्षकों का वेतन बंद नहीं होगा। उन्हें शपथ पत्र के आधार पर भुगतान कर दिया जाएगा। जिला नियोजन कोषांग प्रभारी हरिकिशोर हरि ने कहा कि सत्यापन का काम 75 प्रतिशत पूरा हो गया है। लेकिन, बीआरए बिहार विवि से जारी बीए व बीएड के सर्टिफिकेट का सत्यापन अब तक पूरा नहीं हो सका है। वैसे परीक्षा नियंत्रक डॉ. संजय कुमार ने कहा कि शिक्षकों के सर्टिफिकेट का सत्यापन पेंडिंग नहीं है। प्राथमिकता के आधार पर जांच कर रिपोर्ट दी गई है। विभाग की ओर से बीईओ ने सत्यापन कराया है। कई शिक्षकों की डिग्री पुरानी है, उस पर कॉलेज का नाम नहीं लिखा होने के कारण उसे विभाग को लौटा दिया गया है। कॉलेज के नाम के साथ इसे भेजने के लिए कहा गया है।