.jpeg)
पटना ( आशिप्र ) । राज्य में समग्र शिक्षा के 1417.61 करोड़ रुपये की राशि का समायोजन नहीं हुआ है। इस पर केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने आपत्ति जतायी है। इसे गंभीरता से लेते हुए राशि के समायोजन के समायोजन के निर्देश सभी जिलों के जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान) को दिये गये हैं। इसकी मॉनीटरिंग के लिए यहां राज्य मुख्यालय से अधिकारी तैनात किये गये हैं।
केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा तीन फरवरी को समग्र शिक्षा अंतर्गत वित्तीय समीक्षा बैठक की गयी। उसमें अत्यधिक असमायोजित अग्रिम पर आपत्ति की गयी तथा कहा गया कि इससे दूसरी किस्त की राशि की विमुक्ति में कठिनाई हो रही है। वित्तीय वर्ष 2020-21 के 31 जनवरी तक लंबित अग्रिम राशि अभी भी 1417.61 करोड़ रुपये है, जिसमें सामान्य मद एवं असैनिक मद की लंबित अग्रिम राशि क्रमश: 854.69 करोड़ एवं 562.92 करोड़ रुपये है। लेकिन, शतप्रतिशत राशि का समायोजन अब तक नहीं हुआ है।
इसके मद्देनजर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक श्रीकान्त शास्त्री ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान) को निर्देश दिया है कि 14 फरवरी तक कैंप के जरिये प्रखंड स्तरीय कार्यालयों में लंबित अग्रिम राशि का समायोजन करें।
इसकी मॉनीटरिंग के लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी रवि शंकर सिंह को अररिया, अरवल, औरंगाबाद एवं बांका, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी नीरज कुमार को बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर एवं बक्सर, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी मो. असगर अली को दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गया एवं गोपालगंज, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी श्रीमती रश्मि रेखा को जहानाबाद, जमुई, कैमूर एवं कटिहार, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी श्रीमती किरण कुमारी को खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय एवं मधेपुरा, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी श्रीमती लालिमा को मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर एवं नालंदा, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी मो. इम्तेयाज आलम को नवादा, पटना, पूर्णिया एवं रोहतास, प्रभारी असैनिक कार्य प्रबंधक भोला प्रसाद सिंह को सहरसा, समस्तीपुर, सारण, शेखपुरा एवं शिवहर तथा प्रभारी मुख्य लेखा पदाधिकारी रमण कुमार को सीतामढ़ी, सिवान, सुपौल, वैशाली एवं पश्चिमी चंपारण का जिम्मा दिया गया है।