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माननीय शिक्षा मंत्री महोदय बिहार सरकार समान काम का समान वेतन एवं पुरानी पेंशन लागू करने के संबंध में कहना है कि सूबे के लाखों शिक्षक व कर्मचारी सरकार के प्रति आस्था रखते हुए अपने दायित्यों का निर्वहन कर रहे हैं। परन्तु सरकार उन्हें उपेक्षित कर रही है। ज्ञातव्य हो कि बिहार विधान सभा चुनाव 2020 के चुनावी एजेन्डे में महागबंधन द्वारा कहा गया था कि मेरी सरकार बनने पर पहली केबिनेट का फैसला नियोजित शिक्षकों को समान काम का समान वेतन एवं शिक्षक कर्मचारी को पुरानी पेंशन लागू करने का होगा।
परन्तु सरकार ने छः माह का कार्यकाल पूरा कर ली है लेकिन अपने वादे को लागू करने में असफल रही है। जिससे शिक्षक-कर्मचारियों में नाराजगी एवं सरकार के प्रति विश्वास घटती जा रहा है जो राज्यहित के साथ ही महागठबंधन सरकार के लिए भी सही नहीं है। इस हेतु संघ सरकार से पूर्व में किये गये वादे पूरा करने का मांग पुरजोर तरीके से करता है।
अतः सादर अनुरोध है कि महागठबंधन सरकार नियोजित शिक्षकों को समान काम का समान वेतन एवं पुरानी पेंशन लागू कर अपने वादे को पूर्ण करने का कष्ट प्रदान करें, ताकि सरकार के प्रति शिक्षक-कर्मचारियों की आस्था कायम रह सके।
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