
• पहले होगा कैलकुलेटर का ट्रायल, तब होगा वेतन निर्धारण, शिक्षा विभाग काम में जुटा
• जनवरी से 15% वेतनवृद्धि का लाभ उन्हीं को मिलेगा जिनका नए सिरे से वेतन तय होगा
राज्य के सभी कोटि के नियोजित शिक्षकों तथा पुस्तकालयाध्यक्षों को वृद्धि के साथ वेतन भुगतान करने के लिए शिक्षा विभाग तेजी से काम में जुटा हुआ है। हालांकि, 15 फीसदी वेतनवृद्धि के पहले शिक्षकों का अपने-अपने पे मेट्रिक्स में वेतन निर्धारण कराना अनिवार्य है। इस कार्य के लिए शिक्षा विभाग एनआईसी की मदद से ऑनलाइन कैलकुलेटर तैयार करवा रहा है।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक कैलकुलेटर के निर्माण में अभी वक्त लगेगा। यह इस माह के अंत तक संभव है। निर्माण के बाद इसका ट्रायल भी होना है। ट्रायल के सफल रहने और किसी प्रकार की समस्या नहीं आने के बाद साढ़े तीन लाख शिक्षकों व पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतन निर्धारण की प्रक्रिया आरंभ हो पाएगी। ऐसे में सरकार द्वारा घोषित 15 फीसदी वृद्धि के साथ शिक्षकों को वेतन मिलने में कुछ और समय लगना मुमकिन है। कैलकुलेटर को बहुवैकल्पिक बनाने पर जोर है। 12 नवम्बर को शिक्षा विभाग ने नया पे-मैट्रिक्स जारी कर दिया था। इस आदेश के साथ ही विभाग ने यह साफ कर दिया था कि जिन शिक्षकों, पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतन का निर्धारण हो जाएगा उन्हें वार्षिक वेतनवृद्धि का लाभ 1 जनवरी 2022 से देय होगा। विभाग का यह भी निर्देश है कि घोषित पे मैट्रिक्स में वेतन निर्धारण में यदि किसी शिक्षक, पुस्तकालयाध्यक्ष का मूल वेतन अपने कनीय शिक्षक से कम निर्धारित हो, तो उनका मूल वेतन कनीय शिक्षक के मूल वेतन के अनुरूप निर्धारित किया जाएगा।
शिक्षा विभाग द्वारा एक अप्रैल 2017 को जारी संकल्प के मुताबिक निर्धारित मैट्रिक्स में शिक्षकों को पूर्व से प्राप्त मूल वेतन में 1.15 से गुना कर जो राशि आएगी, उसे ताजा जारी पे-मैट्रिक्स के सापेक्ष अथवा ठीक ऊपर के लेवल के अनुसार निर्धारित करते हुए एक अप्रैल 2021 से वित्तीय लाभ दिया जाना है।