.jpg)
खर्च होने वाली राशि का जिलों से मांगा गया ब्योरा
प्रारंभिक शिक्षकों को मिलेगा बकायों का भुगतान
पटना। राज्य में समग्र शिक्षा के प्रारंभिक शिक्षकों के बकायों का भुगतान होगा। भुगतान पर किस जिले में कितनी राशि खर्च होगी, इसका ब्योरा जिलों से बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने मांगा है। इसके लिए राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा व एसएसए) को अड़तालीस घंटे के समय दिये गये हैं इससे संबंधित निर्देश बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक असंगबा चुबा आओ द्वारा राज्य के सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा व एसएसए) को निर्देश दिये गये हैं निर्देश में कहा गया है कि शिक्षकों के वेतन एवं बकाया वेतन-अंतर वेतन मांग-पत्र की मांग की गयी थी। उसके आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा व स्थापना) की संयुक्त बैठक आयोजित कर जीओबी मद से भुगतान किये जाने वाले शिक्षकों के वेतन इकाई दर को दृष्टिपथ रखते हुए समग्र शिक्षा अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों का वेतन मांग-पत्र एवं बकाया वेतन-अंतर वेतन मांग पत्र निर्धारित प्रपत्र में अड़तालीस घंटों के अंदर राज्य कार्यालय को उपलब्ध कराये
इसके मद्देनजर प्रारंभिक शिक्षक कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष शशि रंजन सुमन एवं प्रदेश महासचिव आनंद कुमार मिश्रा ने उम्मीद जतायी है कि शिक्षकों के लंबित बकाया वेतन भुगतान की समस्या का यथाशीघ्र समाधान हो सकेगा। इसे लेकर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एवं प्राथमिक शिक्षा निदेशक के स्तर पर पहल की गयी थी। मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा 20 अक्तूबर को शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास कारवाई हेतु भेज दिया गया था। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा 17 नवम्बर को सभी जिलों को निदेश दिये गये थे उसके बाद ताजा निर्देश दिया गया है।
वर्ग नौ से 12 तक में एक भी छात्र नहीं, शिक्षक कर रहे थे गप
1)आरडीडीई के निरीक्षण में खुलासा, एक दिन का वेतन रोका
2)कागजातों के साथ प्रभारी एचएम 12 को तलब
छपरा । क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक अशोक कुमार मिश्र ने आरएन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पपरसागढ़ एकमा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई चौंकाने वाली तस्वीर देख आरडीडीई हैरान हो गए।
इस मामले में प्रभारी प्रधानाध्यापक ललन प्रसाद सिन्हा से कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को लेकर जवाब तलब किया गया है।
आरडीडीई ने बताया कि 30 नवंबर को निरीक्षण के दौरान विद्यालय में पदस्थापित 23 शिक्षक और कर्मियों 18 उपस्थित थे। बाकी पांच लोग आकस्मिक अवकाश पर थे लेकिन 9वीं से लेकर 12वीं तक के वर्ग में एक भी छात्र नहीं थे। उपस्थित शिक्षक आपस में बैठकर गप कर रहे थे। विद्यालय के अभिलेख उपस्थित नहीं कराए गए। विद्यालय में शैक्षणिक माहौल का अभाव पाया गया। कई पंजी ऐसे पाए गए जिस पर प्रभारी नहीं किया गया है। ऐसी स्थिति में आरडीडीई ने सभी संबंधित अभिलेख लेकर 12 दिसंबर को उपस्थित होने का निर्देश दिया है।और 30 नवंबर का 1 दिन का वेतन भुगतान तत्काल प्रभाव से सभी मौजूद शिक्षक व कर्मियों का स्थगित कर दिया गया है। प्रथम दृष्टया सरकारी कार्य में लापरवाही, दायित्वों का निर्वहन उचित ढंग से नहीं करना, छात्रों के भविष्य से खिलवाड़, वित्तीय अनियमितता, उच्च अधिकारी के आदेश का अवहलना आदि आरोप को प्रमाणित पाया गया। संबंधित शिक्षक कर्मचारी भी अपना स्पष्टीकरण प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा आरडीडीई को उपलब्ध कराएंगे।