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बीईओ व अवर निरीक्षक स्कूल में मास्क उपलब्ध करवाएं, नहीं तो होगी कार्रवाई।
जिले के मध्य विद्यालयों में मंगलवार को भी मास्क का वितरण नहीं किया गया। ज्यादातर स्कूलों में छात्र और छात्राएं बिना मास्क के पहुंचे जिसकी वजह से छात्रों को स्कूल से वापस घर भेज दिया गया। छात्रों की मानें तो बिना मास्क वे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इसको संज्ञान में लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) को नोटिस भेजा गया।
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डीपीओ मनोज कुमार ने सभी बीईओ और स्कूल के अवर निरीक्षक को मास्क उपलब्ध करवाने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि अगर विद्यार्थी को मास्क उपलब्ध नहीं हुआ तो ऐसे में बीईओ और स्कूल अवर निरीक्षक पर कार्रवाई की जायेगी। सभी छात्र-छात्राओं को उपलब्ध करवाना है दो-दो मास्क डीपीओ मनोज कुमार की माने तो मध्य विद्यालयों में।
प्रखंड स्तरीय जीविका के पदाधिकारी से बीईओ और स्कूल अवर निरीक्षक समन्वय स्थापित कर छात्रों को मास्क उपलब्ध करवाये। ज्ञात हो कि सरकारी स्कूल के छटी से आठवी तक के छात्र और छात्राओं को दो-दो मास्क का वितरण करना था स्कूल आठ फरवरी से ही चुका है. लेकिन अभी तक 50 फीसदी से अधिक स्कूलों में मास्क का वितरण नहीं किया गया।
प्रशिक्षित शिक्षक होने पर ही स्कूलों को एनओसी।
शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों को अब एनओसी (राज्य सरकार से संबंद्धता) तभी मिलेगा जबस्कूल में शिक्षक प्रशिक्षित होंगे। पटना जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से एनओसी के लिए ऑनलाइन आवेदन निजी स्कूलों से लिया जाएगा।
इसको लेकर पटना जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा सभी प्राइमरी स्कूलों के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। नोटिफिकेशन की माने तो निजी स्कूल कोसंबद्धता लेने के लिए ट्रेंड शिक्षकों की सूची दिखानी होगी। पटना जिला शिक्षा कार्यालय ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। डीईओ कार्यालय की मानें तो सरकारी स्कूलों में ट्रेंड शिक्षको को ही रखा जाता है। लेकिन निजी स्कूल में इसका पालन अभी नहीं हो रहा है।
ऐसे में एनओसी फार्म भरने के दौरान ऑनलाइन आवेदन के समय ही निजी स्कूलों को प्रशिक्षित शिक्षकों की जानकारी देनी होगी। कुल छात्रों की संख्या के प्रशिक्षित अनुसार शिक्षकों की सूची देने के बाद ही एनओसी दिया जाएगा।सैकड़ों स्कूल बेहद पास में खुले हैं: डीईओ कार्यालय की मानें तो अब एक से तीन किमी की परिधि में एक ही निजी स्कूल होगा इस पर नजर सॉफ्टवेयर से रखी जायेगी
डीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि डीईओ कार्यालय को गुमराह कर सैकड़ों स्कूल आसपास खुले हैं। ऐसे में सरकारी स्कूल में नामांकनकम हो रहा है। इस कारण अब तीन किलोमीटर पर एक ही निजी स्कूल होगा। 25 फीसदी नामांकन में कारगर होगा ऑनलाइन एनओसी: अब निजी स्कूल 25 फीसदी आरक्षण के तहत नामांकन में आनाकानी नहीं कर पाएंगे।
क्योंकि अब स्कूलों की पूरी सूची डीईओ कार्यालय में रहेगी। इससे कितने छात्रों का नामांकन आरटीई के तहत होना है और नामांकन कितना लिया गया। इसकी जानकारी डीईओ कार्यालय को होगी। इसी के अनुसार राशि का भुगतान हो पायेगा। स्कूल की जांचकरने में सुविधा होगी।