
दूसरी से दसवीं तक के लिए पांच अप्रैल से शुरू होना था कोर्स।
स्कूलों में कैचअप कोर्स पर लग सकता है ग्रहण कोरोना इफेक्ट।
पटना। कोरोना के कारण शैक्षिक सत्र 2020-21 में हुई पठन-पाठन की क्षति की भरपाई के लिए सरकारी स्कूलों की कक्षा 2 से 10वीं तक के लिए तैयार विशेष शैक्षिक सामग्री 'कैचअप कोर्स' पर ग्रहण लग सकता है। पांच अप्रैल से शिक्षा विभाग ने इसकी शुरुआत की तैयारी की थी, लेकिन कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को देखते हुए इसका अध्यापन कब शुरू होगा, इसको लेकर फिलहाल संशय की स्थिति है।
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने किया ऐलान कहा एक तिहाई शिक्षक ही स्कूल जाएंगे। -
18 अप्रैल तक तो स्कूलबंदी घोषित है, इस पूरे माह में स्कूल खुल पायेंगे इसकी संभावना फिलहाल न के बराबर दिख रही है। एससीईआरटी के संयोजन में 100 से अधिक शिक्षकों के सहयोग से दूसरी से दसवीं तक के सभी प्रमुख विषयों के महत्वपूर्ण पाठों पर आधारित कैचअप कोर्स तैयार कराया था। विशेषज्ञ शिक्षकों ने कक्षावार तीन माह के लिए राउंडअप पाठ्यक्रम तैयार किया था जिससे बच्चे उस कक्षा विशेष की अच्छी जानकारी लेकर अगली कक्षा में पहुंचें। उन्हें अगली कक्षा के पाठ को समझने में कोई परेशानी न हो।
साथ ही उनकी समझ के स्तर को कोई क्षति नहीं पहुंचे 5 अप्रैल से 30 जून तक 60 कार्यदिवसों में कोर्स के पढ़ाने की तैयारी थी। अब जो हालात हैं और पूरे अप्रैल में स्कूल बंद रहते हैं तो अप्रैल के 22 कार्यदिवस यूं ही निकल जायेंगे । फिर मई व जून के लिए 48 दिनों की पाठ्य सामग्री सामने होगी। इसमें भी जो गर्मी के हालात हैं, उसे देखते हुए मध्य मई से स्कूलों में बच्चों को बुलाना मुमकिन नहीं दिख रहा।
ईद की छुट्टी के बाद माध्यमिक उच्च माध्यमिक में 17 मई से 10 जून तक गर्मी की छुट्टी निर्धारित है। वहीं मध्य और प्राथमिक विद्यालयों में गर्मी को देखते हुए स्थानीय जिला प्रशासन को गर्मी की छुट्टी घोषित करनी है, लेकिन 22 दिन की यह छुट्टी होगी, इतना पहले से ही तय है। में 60 दिन के कैचअप का पाठ्यक्रम कैसे 30 जून तक सरकारी विद्यालयों में पूरा कराया जाएगा, यह शिक्षा विभाग के लिए एक बड़ा सवाल बनकर खड़ा हुआ है।