
जिले के 196 स्कूलों में आज होगी बच्चों की दक्षता जांच
कक्षा तीन, पांच, आठ एवं दसवीं के बच्चों का लिया जाएगा टेस्ट
पटना बिहार शिक्षा परियोजना के तत्वावधान में शुक्रवार कक्षा तीन, पांच, आठ एवं दसवीं के बच्चों की दक्षता की जांच की जाएगी। इसका आयोजन राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण के तहत किया जा रहा है। इसके लिए पटना जिला के कुल 196 स्कूलों का चयन किया गया है। इसके लिए जिला शिक्षा कार्यालय को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है। सर्वेक्षण के लिए जिन स्कूलों का चयन किया गया है, वे सुबह सात बजे ही खुल जाएंगे। सर्वेक्षण में सरकारी एवं निजी दोनों तरह के स्कूलों को शामिल किया गया है। सर्वेक्षण के दौरान स्कूल में सभी शिक्षकों, छात्रों एवं कर्मचारियों को मौजूद रहना होगा। जिला शिक्षा कार्यालय ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि सर्वेक्षण के दिन स्कूलों में यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बिजली की आपूर्ति बनी रहे पेयजल, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। स्कूल का कमरा हवादार हो। कमरे में पंखे एवं बिजली की व्यवस्था हो स्कूल में पेन या पेंसिल की व्यवस्था होनी चाहिए। बच्चों की दक्षता जांच के दौरान जांच टीम को स्कूल के प्राचार्य एवं शिक्षक हर संभव सहयोग करेंगे। दक्षता जांच के लिए विभाग की ओर से आब्जर्वर तैनात कर दिए गए हैं। सर्वेक्षण के दौरान प्राचार्य या शिक्षकों को कुछ प्रश्नों का उत्तर भी देना पड़ सकता है। उपलब्धि सर्वेक्षण राष्ट्रीय कार्यक्रम : जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार का कहना है कि सर्वेक्षण के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। यह एक राष्ट्रीय आयोजन है। हर तीन वर्ष बाद इस तरह का सर्वेक्षण किया जाता है। इसके लिए पटना जिले के 196 स्कूलों का चयन किया गया है। व्यवस्था होनी चाहिए। स्कूल का कमरा हवादार हो। कमरे में पंखे एवं बिजली की व्यवस्था हो स्कूल में पेन या पेंसिल की व्यवस्था होनी चाहिए। बच्चों की दक्षता जांच के दौरान जांच टीम को स्कूल के प्राचार्य एवं शिक्षक हर संभव सहयोग करेंगे। दक्षता जांच के लिए विभाग की ओर से आब्जर्वर तैनात कर दिए गए हैं। सर्वेक्षण के दौरान प्राचार्य या शिक्षकों को कुछ प्रश्नों का उत्तर भी देना पड़ सकता है। उपलब्धि सर्वेक्षण राष्ट्रीय कार्यक्रम : जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार का कहना है कि सर्वेक्षण के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। यह एक राष्ट्रीय आयोजन है। हर तीन वर्ष बाद इस तरह का सर्वेक्षण किया जाता है। इसके लिए पटना जिले के 196 स्कूलों का चयन किया गया है।
30 से अधिक कॉलेजों में इंटर में दाखिले पर ग्रहण।
तिरहुत प्रमंडल के 30 से अधिक कॉलेज में अगले सत्र से इंटर में नामांकन पर ग्रहण लग सकता है। इंटर कॉपी जांच में शिक्षकों की सूची नहीं देने और रिपोर्ट लटकाए रखने पर बिहार बोर्ड ने यह सख्ती की है। बोर्ड ने इन कॉलेजों की सूची जारी की है और इस संबंध | में कुलपति को पत्र भेजा है।
चेतावनी दी गई है कि बोर्ड के काम में इन कॉलेज ने सहयोग नहीं किया तो इन सभी में अगले सत्र से नामांकन पर रोक लगा दी जाएगी। मामला बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले अंगीभूत और डिग्री संबंध कॉलेजों का है। इंटर परीक्षा 2022 की कॉपियों के मूल्यांकन और अन्य महत्वपूर्ण काम के निष्पादन के उद्देश्य से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सभी कॉलेज में कार्यरत विषयवार शिक्षकों की सूची ऑनलाइन अपडेट कर करने का निर्देश दिया था। इसके साथ इसकी हार्ड कॉपी डाउनलोड कर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में जमा करने के लिए निर्देश दिया गया था, ताकि बोर्ड इंटर परीक्षा 2022 में इन शिक्षकों की सेवाएं ली जा सके।
सीतामढ़ी, वैशाली, पूर्वी चंपारण के कॉलेज भी शामिलः डीईओ अब्दुस्सलाम अंसारी ने बताया कि बिहार बोर्ड की ओर से बीआरए बिहार विवि के अंतर्गत आने वाले जिन कॉलेजों की सूची जारी की गई है उसमें मुजफ्फरपुर के साथ ही वैशाली, सीतामढ़ी पूर्वी चंपारण के भी कई कॉलेज शामिल हैं। डीईओ ने बताया कि जिन कॉलेजों की सूची जारी की गई है उसमें एलएनटी कॉलेज, डॉ. आरएलएमएस कॉलेज, रामेश्वर कॉलेज, आरडीएस, एमडीडीएम, जगन्नाथ मिश्रा कॉलेज, एमआरडी इंटर कॉलेज, एसआरपीएस कॉलेज, एसकेजे सेत कई कॉलेज शामिल हैं।
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बीआरए बिहार विवि।
1) कॉपी जांच में शिक्षकों की सूची नहीं देने पर बिहार बोर्ड की सख्ती।
2=बोर्ड ने जारी की कॉलेज की सूची, कुलपति को भेजा पत्र
मान्यता भी होगी रद्द।
बोर्ड के भेजे पत्र के अनुसार इन कॉलेजों को इंटरमीडिएट स्तर की मान्यता और संबद्धता भी निलंबित करने की कार्रवाई की जा सकती है। बोर्ड ने कुलपति को पत्र जारी किया है। इसके साथ ही कॉलेज की सूची भी जारी की है कि अगर यह कॉलेज अपनी शिक्षकों की सूची नहीं देते हैं तो इन सभी कॉलेज में अगले सत्र से इंटर का नामांकन नहीं लिया जाए।