
नियोजित शिक्षकों को तय समय में अपलोड करवाना होगा प्रमाणपत्र, अंकपत्र और नियोजन इकाइयों का विवरण।
एक लाख ही नहीं, सभी 3.57 लाख शिक्षकों को वेब पोर्टल पर अपलोड करना होगा फोल्डर, नहीं किया तो अवैध होगी बहाली।
एक साथ 3 हजर शिक्षकों को नहीं मांग सभी 3.57 लाख नियोजित शिक्षकों शैक्षणिक और प्रशिक्षण संबंधित (फोल्डर) वेब पोर्टल पर अपलोड कर होगा। 1.0 लाख ऐसे शिक्षक है, जिनके फोल्डर अबतक निगरानी विभाग को जापा लिए नहीं मिल सके है। शिक्षकों की नियोग कादये खास कर पेशयतों में शिक्षकों पोस्टर नायब रहने के बाद शिक्षा विभाग पैच पीर्टल बना कर शिक्षकों से ही सर्टिफि अपलोड कराने का निर्णय लिया है। कम परेशानी से बचने के लिए दी वेयरवट कराए गए हैं। ट्रापार के बाद एक सप्ताह अंदर ही इसे लॉन्च कर सीटविकेट अपारण जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी 4.58 अरब जारी वेतन समेत अन्य एरियर का भुगतान
ट्रायल के बाद एक हफ्ते में किया जाएगा वेब पोर्टल विभाग के पास रहेगा शिक्षकों का डाटा।
फर्जी तरीके से बहाल शिक्षकों पर कार्रवाई अब होगी आसान सभी शिक्षयों के सटिकिबेट अपलेत करने या तव इसलिए लिया गया जाय मिना लाख शिक्षकों को निगरानी जन हो गई है, िक में उना सीटफिकेट पर सवाल उस है ती देवरा जोच बनाने में आसानी होगी। अक्स, मिशन, मोपुर मुंगर, पूर्णिया और गीलामी में सभी शिक्षा में कोल्डर मिस युग है। मोतिहारी में समधिक 3285 मधुबने में सको कम 2 शिक्षकों के फोल्डर गया है।
शिक्षक प्रखंड, जिला व नियोजन इकाई के नाम होंगे।
पोर्टल पर शिला, प्रखंड और नियोजनावार मिरणी साधत जिला के डीईओ कमल द्वारा अपलोड होगा। शिक्ष्यों को तय समय सीमा में प्रमाणपत्र अपल्लेड करना है। इससे संत विपिन भी पेगा। तय समय में जो शिक्षक प्रमाणपत्र, अकाप और निजी पत्र की प्रति पोर्टल पर अआलीट नहीं कराएँगे, मान जाएगा कि उनको नियुक्ति की चाला मामले में कुछ नहीं कहता है। पहले नना में इनकी बहाली अवैध मारकर कार की जाएगी। ऐसे शिक्षकों से स्पष्टीकरण पुकर सैया समाज करते हुए पेतन या नमान के रूप में मिली राशि बमूलकी आएगी। पोर्टल का किक पिन डर्ड के अधिकारी, शिक्षा विभाग के संत सारी के साथ ही जिला के शिक्षा पदाधिकारी के पास होगा।
शिक्षा मंत्री बोले।
फोल्डर को अपलोड करने से निगरानी जांच में मदद मिलेगी।
शिक्षा मंत्री विषय कुमार धरी ने कहा कि शिक्षकों के फोल्डर अपलेडकाने के लिए rिका विभाग वेब पोर्टल लन्च करेगा इससे निगरानी अन्वेषण गरो में सिपोजित शिक्षकों के सटिपिट की जान करने में मदद मिलेगी। का नियोजन शाइयों से शिक्षकों के पोस्टर नहीं मिलने के बाद वे बोर्टल पर मफिकेट अपलोड कराने का नियि लिया गया।