
1)डीपीओ स्थापना ने नियोजन इकाई से मांगी शिक्षकों की सूची
2)कालबद्ध प्रोन्नति पर पदाधिकारियों में रार
3)पहले भी डीपीओ ने कालबद्ध प्रोन्नति के लिए मांगी गई थी सूची
4)सूची मांगने पर डीईओ ने डीपीओ से मांगा स्टपष्टीकरण
लखीसराय। नियोजित शिक्षकों को कालबद्ध ( टाइम बाण्ड ) प्रोन्नति के मामले को लेकर शिक्षा पदाधिकारियों के बीच रार पैदा हो गई है। शिक्षक नियोजन नियमावली के आलोक में नियोजित शिक्षकों का संघ चाहता है। कि 12 वर्ष की संतोषजनक सेवा करने वाले नियोजित शिक्षकों टाइम बाण्ड प्रोन्नति दी जाय। शिक्षकों के नियोजन को लेकर जारी नियोजन नियमावली में ऐसा प्रावधान है।
लेकिन अब तक जिला में किसी भी नियोजन इकाई के द्वारा कालबद्ध प्रोन्नति नहीं दी गई। हाल के दिनों में शिक्षक संघ के पहल पर शिक्षा विभाग के स्थापना शाखा के द्वारा कालबद्ध प्रोन्नति को लेकर आदेश निकाला गया। नियोजन इकाई द्वारा योग्य शिक्षकों का सूची उपलब्ध नहीं कराए जाने के बाद स्थापना शाखा के द्वारा सभी पंचायत प्रखंड एवं नगर इकाई को स्मारित करते हुए दुबारा पत्र जारी किया गया स्थापना शाखा द्वारा दुबारा पत्र जारी होते ही शिक्षा पदाधिकारियों के बीच रार पैदा हो गई। स्थापना शाखा के आदेश निकलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा स्थापना शाखा द्वारा कालबद्ध प्रोन्नति को लेकर जारी पत्र पर आपत्ति जताते हुए डीपीओ स्थापना से शोकॉज किया गया है।
डीईओ ने डीपीओ से शोकॉज में पूछा है।
किसके आदेश से बिना संचिका पर उनसे सहमति लिए कालबद्ध प्रोन्नति को लेकर पत्र जारी किया गया है। कालबद्ध प्रोन्नति को लेकर डीपीओ से शोकॉज होने के बाद कालबद्ध प्रोन्नति प्रक्रिया पर ग्रहण लगने एवं शिक्षकों को इस लाभ से वंचित रहने की संभावना बन रही है। कालबद्ध प्रोन्नति से स्नातक कोटि में आएंगे शिक्षक नियोजन नियमावली 2020 के अनुसार 12 वर्ष की संतोषजनक सेवा पूरी करने वाले को नियमावली के धारा 16 के उपधारा दो के तहत कालबद्ध प्रोन्नति देना है।
कालबद्ध प्रोन्नति के लिए योगदान अथवा प्रशिक्षक से न्यूनतम 12 वर्ष की संतोषजनक सेवा का होना अनिवार्य है। साथ ऐसे गुरूजी को कालबद्ध प्रोन्नति मिलेगा जिसने दक्षता या शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की है।कालबद्ध प्रोन्नति पाने वाले शिक्षक के कोटि में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं होगा, सिर्फ वे बेसिक से स्नातक ग्रेड में प्रोन्नत हो जाएंगे। बेसिक से स्नातक ग्रेड में प्रोन्नत होने वाले शिक्षकों के वेतन संरचना में परिवर्तन होगा और बेसिक ग्रेड शिक्षकों के कसलबद्ध प्रोन्नति के बाद वेतन में इजाफा होगा।
मैट्रिक-इंटर के टॉपर्स आज होंगे सम्मानित
विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से शनिवार को मैट्रिक और इंटर के मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर आयोजित मेधा दिवस पर यह सम्मान दिया जाएगा। राजधानी के ज्ञान भवन के सम्राट अशोक कन्वेंशन सभागार में 'मेधा दिवस समारोह 2022 इंटर एवं मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2022 के 76 मेधावी स्टूडेंट्स को पुरस्कृत किया जाएगा। इसमें इंटर में साइंस में टॉप फाइव में 13, कॉमर्स में टॉप फाइव में 10 व आर्ट्स के टॉप फाइव में छह स्टूडेंट्स शामिल हैं। वहीं, मैट्रिक में टॉप 10 में 47 स्टूडेंट्स शामिल हैं। मैट्रिक में पूरे राज्य में टॉप टेन में रहने वाले विद्यार्थियों तथा इंटर में तीनों संकाय में टॉप फाइव में रहने वाले स्टूडेंट्स को समिति द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के मंत्री व अपर मुख्य सचिव, बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर भी उपस्थिति रहेंगे। शिक्षा विभाग तथा बोर्ड के वरीय पदाधिकारी भी रहेंगे। देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की जीवनी पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। इंटर (वाणिज्य, कला एवं विज्ञान संकाय के स्टूडेंट्स को अलग-अलग) एवं मैट्रिक वार्षिक परीक्षा के प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को एक-एक लाख रुपये, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को 75-75 हजार रुपए तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को 50-50 हजार रुपए प्रदान किया जाएगा। इंटर वार्षिक परीक्षा, 2022 के चौथे व पांचवें स्थान पर रहने वाले स्टूडेंट्स को 15 हजार रुपया, प्रशस्ति पत्र, मेडल एवं लैपटॉप दिया जायेगा।