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दरभंगा। प्राथमिक शिक्षक संघ गोप गुट, दरभंगा की बैठक सोमवार को मिर्जापुर में वरीय उपाध्यक्ष श्रीनारायण यादव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में पुरानी पेंशन योजना को लागू करने, नियोजित शिक्षकों की सेवा नियमित करने, शिक्षकों के सभी रिक्त पदों को अविलंब भरने, शिक्षा के बाजारीकरण पर रोक लगाने जैसी मांगों की पूर्ति के लिए सदस्यता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
शिक्षकों के वेतन व 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि सहित सभी बकाया अंतर वेतन का भुगतान यथाशीघ्र करने, प्राथमिक व मध्य विद्यालयों के शिक्षकों को एमएसीपी प्रोनत्ती तथा ऐच्छिक स्थानांतरण का लाभ देने, बेसिक ग्रेड के शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में तथा रिक्त प्रधानाध्यापक पदों को प्रोन्नति से भरने की मांग डीईओ से मिलकर करने का लिया गया। बैठक में जुलाई के प्रथम सप्ताह में प्रखंड कमेटी के गठन के लिए सभी शिक्षकों से आह्वान किया गया।
जिला सचिव नंदन कुमार सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति से शिक्षा के व्यवसायीकरण में मजबूती आएगी। इसके दुष्परिणाम के खिलाफ छात्रों व शिक्षकों को एकजुट होने की जरूरत है। बैठक को संयुक्त सचिव मो. इमरान, विनोद भारती, मो. नसीरुद्दीन, भोला प्रसाद, संतोष मंडल, शहनवाज आलम, संजय यादव, फतह आलम, चंद्रकांत चौधरी, लाल यादव, अश्विनी राम, सत्येंद्र कुमार सिंह आदि ने संबोधित करते हुए मांगों की पूर्ति के लिए जिला स्तर पर धरना आयोजित करने की बात कही।
छात्रों का बेमियादी धरना दूसरे दिन भी जारी।
पूसा। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विवि छात्र फेडरेशन के तत्वावधान में सोमवार को दूसरे दिन भी छात्रों का धरना जारी रहा। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में जमकर नारे लगाने के साथ ही विवि प्रशासन के प्रति रोष जताया। धरना सभा की अध्यक्षता हर्ष कुमार, रेशम कुमारी, आस्था कुमारी ने की अध्यक्ष मंडली न की।
संचिका सं0- 7 / विविध-25 / 2019 अंश- 'क'.. ..बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक (नियोजन एवं सेवा शर्त) नियमावली-2012 ( यथा संशोधित) एवं बिहार नगर प्रारंभिक शिक्षक (नियोजन एवं सेवा शत) नियमावली-2012 में निहित प्रावधानों के आलोक में वर्ष 2019-20 में प्रारंभ किये गये शिक्षक नियुक्ति की कार्रवाई के क्रम में चयनित एवं नियुक्त अभ्यर्थियों के दिनांक 30.09.2022 तक सभी प्रमाण पत्रों के सत्यापनोपरांत वेतनादि का भुगतान किये जाने का निर्णय लिया गया था। इस संबंध में कतिपय नवनियुक्त शिक्षक अभ्यर्थियों से वेतन भुगतान के संबंध में प्राप्त आवेदन पर विभाग द्वारा उच्च स्तर पर उक्त निर्णय की समीक्षा की गई। इस क्रम में यह दृष्टिगोचर है कि प्रमाण पत्र गलत पाये जाने पर सेवा स्वतः समाप्त कर दिये जाने से संबंधित शपथ-पत्र अभ्यर्थियों से नियोजन से पूर्व लिया गया है। साथ ही शिक्षकों से बिना वेतन के कार्य कराना वैधानिक प्रतीत नहीं होता है।
समीक्षोपरांत यह निर्णय लिया गया है कि नवनियुक्त शिक्षकों के मार्च 2023 तक के वेतन का भुगतान किया जाएगा। वेतन भुगतान हेतु अनुवर्ती कार्रवाई संबंधित नियोजन इकाई एवं शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों द्वारा की जाएगी। नवनियुक्त शिक्षकों के सभी प्रमाण पत्रों का सत्यापन भी पूर्व से निर्धारित अवधि 30.09.2022 तक अवश्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
इस आदेश पर माननीय मंत्री का अनुमोदन प्राप्त है।