
समग्र शिक्षा कार्यक्रम की राशि के लिए बैंक खाता खोलने का निर्देश।
पटना। जिन स्कूलों में विद्यालय शिक्षा समिति के पूर्व से चल रहे बैंक खाता बंद होने के कारण बिहार सरकार मद की विभिन्न योजनाओं की राशि विद्यालयों को भेजने में परेशानी हो रही। जिन विद्यालयों में समग्र शिक्षा कार्यक्रम के अतिरिक्त बैंक खाता है, इन्हें छोड़ कर अन्य स्कूलों में अलग बचत खाता खोलना है। इस संबंध में बीईपी के राज्य परियोजना निदेशक श्रीकांत शास्त्री ने सभी डीपीओ (ईई व एसएसए) को पत्र भेजा है।
स्कूलों में उपस्थिति बढ़ाएंगी किशोरी मंच की छात्राएं।
मुजफफरपुर | स्कूल की हर गतिविधि में लड़कियों की भागीदारी बदलाव का वाहक बनेगी। बिहार शिक्षा परियोजना ने इसे लेकर स्कूलों में किशोरी मंच के गठन का निर्देश दिया है। किशोरी मंच की छात्राएं स्कूलों में छात्र- छात्राओं की उपस्थिति बढ़ाएंगे और इसके लिए इन्हें जवाबदेही दी गई है। जिले में मंगलवार को हाई स्कूल और प्लस टू स्कूल के शिक्षकों को ट्रेनिंग दी गई। किशोरी मंच का गठन कैसे होगा और इससे जुड़ीं छात्राएं कैसे काम करेंगी, इसे लेकर मास्टर ट्रेनर जूली और अनुराधा कुमारी ने मंगलवार को मुखर्जी सेमिनरी स्कूल में बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से आयोजित कार्यशाला में शिक्षिकाओं को ट्रेनिंग दी। सरकार की ओर से निर्देश दिया गया है कि किशोरी मंच की छात्राएं स्कूल में छात्र-छात्राओं की नियमित उपस्थिति बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगी। जिन छात्र-छात्राओं की उपस्थिति नियमित है, उन्हें मंच के द्वारा चेतना सत्र के दौरान पुरस्कृत किया जाएगा। अधिकतर अनुपस्थित रहने वाले छात्र छात्राओं के घर जाकर किशोरी मंच की छात्राएं अनुपस्थिति का कारण बातचीत कर बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगे। किशोरी मंच के लिए सालभर का पता लगाएंगी और अभिभावकों से सरकार की ओर से शिड्यूल तैयार किया गया है, जिसे सभी स्कूल से आए शिक्षकों को दिया गया।
9वीं-10वीं की 40 बच्चियां होंगी इस मंच में।
किशोरी मंच हाई स्कूल और प्लस टू स्कूल में बनाया जाना है। बच्चों की | उपस्थिति बढ़ाने के साथ ही जेंडर इक्विटी को लेकर यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। हर स्कूल में एक शिक्षक को नोडल शिक्षक बनाया गया है। डीईओ | अब्दुस सलाम अंसारी, संभाग प्रभारी सुजीत कुमार ने बताया कि माध्यमिक | और उच्च माध्यमिक स्कूलों में किशोरी मंच का गठन प्रधानाध्यापक द्वारा किया जाएगा। किशोरी मंच के सदस्यों को अपनी गतिविधियों की योजना बनाने और | उन पर चर्चा करने के लिए प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय में एक कक्ष उपलब्ध | कराया जाएगा। इस निर्धारित कक्ष का उपयोग किशोरी मंच की बैठक के लिए गुरुवार और शनिवार को किया जाएगा। किशोरी मंच में 9वीं की 35 छात्राएं और दसवीं की 5 छात्राएं होंगी, जो पूर्व के वर्ष में किशोरी मंच की सदस्य हों। | प्रत्येक स्कूल में 4 छात्राओं को प्रेरक किशोरी के रूप में चयनित किया जाएगा।