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इस वक्त की सबसे बड़ी खबर बिहार के साढे चार लाख नियोजित शिक्षकों को मिलेंगे पुराने वेतनमान समान वेतन एवं स्थानांतरण।

इस वक्त की सबसे बड़ी खबर बिहार के साढे चार लाख नियोजित शिक्षकों को मिलेंगे पुराने वेतनमान समान वेतन एवं स्थानांतरण।

पटना। टीईटी- एसटीईटी शिक्षकों ने पुराने वेतनमान वाले शिक्षकों के समान वेतन की मांग फिर उठायी है।यह मांग टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ ( गोपगुट) के प्रदेश पदाधिकारी मंडल की बैठक में रविवार को उठी । बैठक ऑनलाइन हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक ने कहा कि इंडेक्स तीन, नियुक्ति तिथि से ईपीएफ, ग्रेच्यूटी, बिना टीईटी प्रमोशन नहीं के मामले में संगठन द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर की गयी है ।

 

 विरमन तिथि से ग्रेड पे के मामले में भी अवमाननावाद दायर करने की तैयारी है। प्रदेश सचिव सकिर इमाम, अमित कुमार, नजीर हुसैन और संजीत पटेल ने कहा कि नवप्रशिक्षित शिक्षकों के एरियर भुगतान और नियमित वेतन भुगतान को लेकर सरकार का रुख निराशाजनक है। प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पांडेय, प्रदेश मीडिया प्रभारी राहुल विकास और प्रबंध समिति सदस्य प्रमोद कुमार ने कहा। 

 

की आरटीई और एनसीटीई के सभी मापदंडों के पूरा करने वाले शिक्षकों को पूर्ण वेतनमान नहीं देकर उनका शोषण किया जा रहा है। बहुत जल्द राज्य कमिटी की बैठक कर प्रखंड से लेकर राज्य तक संघर्ष तेज करने की दिशा में संगठन काररवाई करेगा। बैठक में आरटीई-एनसीटीई के सभी मापदंडों को पूरा करने वाले टीईटी-एसटीईटी शिक्षकों को पूर्ण वेतनमान, पुरुष शिक्षकों को भी अंतरजिला स्थानांतरण ।

 

योगदान की तिथि से ईपीएफ का लाभ, ग्रेच्यूटी का लाभ, नवप्रशिक्षित शिक्षकों को एरियर, नियमित वेतन भुगतान, विरमन तिथि से ग्रेड पे, बीआरसीसी-सीआरसीसी नियुक्ति में स्नातक ग्रेड शिक्षकों को प्राथमिकता, सभी मध्य, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में नियमानुसार स्थायी प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति पर विचार विमर्श किया किया गया

 

राज्य में आज से खुलेंगे छठी से आठवीं कथा तक के स्कूल

50 फीसदी बच्चों की उपस्थिति के साथ चलेंगी कक्षाएं

• स्कूलों में सरस्वती पूजा सहित किसी भी तरह के आयोजन पर रहेगी रोक। 

 

 

प्रदेश में कक्षा 6से 8वीं तक के स्कूल करीब साढ़े 10 महीने के बाद सोमवार से खुल जाएंगे। इसके लिए सरकार ने बकायदा गाइडलाइन जारी कर दी है। विभाग ने कोविड-19 का संक्रमण को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के नियमित स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था करने और विद्यालय या उसके नजदीक स्थल पर डॉक्टर, नर्स, काउंसेलर एवं स्वास्थ्य परीक्षक की व्यवस्था करने का आदेश सभी जिलाधिकारियों को दिया है। 

 

शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के मुताबिक विद्यालय में कक्षाएं रोटेशन के हिसाब से लगेंगी। 50 फीसदी बच्चे एक दिन स्कूल आएंगे, तो अन्य 50 फीसदी बच्चे अगले दिन। स्कूल में 50 फीसदी बच्चों की उपस्थिति के साथ कक्षाएं चलेंगी। स्कूल कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए खोले जाएंगे। स्कूल बच्चों पर दबाव नहीं बनाएंगे।

 

 स्कूल प्रबंधन के लिए आवश्यक होगा कि वह बच्चों को स्कूल बुलाने के पूर्व अभिभावक की सहमति प्राप्त करें। जिस विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा है उसमें दो पाली में कक्षाएं चलेंगी शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में किसी तरह का समारोह-त्योहार (बसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा) और एसेंबली का आयोजन कराने पर रोक लगा दी गई है। प्रत्येक विद्यालय में सतर्कता टीम का गठन करना अनिवार्य है।


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