
सरकारी कार्यालयों में अब लेटलतीफी नहीं चलेगी. इसपर पूरी तरह रोक लगेगी. जिले के सभी कार्यालयों में एक जून से बायोमीटरिक सिस्टम से उपस्थिति ली जायेगी. माना जा रहा है कि इस व्यवस्था की शुरुआत हो जाने के बाद विभागों के कार्यालयों में कर्मचारियों के देर से आने या गायब रहने पर अंकुश लग जायेगा, वरीय स्तर से इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं. हालांकि अब अधिकतर कार्यालयों में कर्मचारी समय पर आते हैं और कामों का निबटारा करते हैं. फिर भी कुछ कर्मचारी ऐसे हैं, जिनकी आदत में सुधार नहीं हुआ है, वे समय पर कार्यालय कभी नहीं पहुंचते हैं. ऐसे कर्मचारियों को खुद में अब सुधार लाते हुए समय पर कार्यालय पहुंचने की आदत डालनी होगी. अन्यथा यह भारी पड़ सकता है.
वेतन से लिंक होगा बायोमीटरिक अटेंडेंस : बायोमीटरिक सिस्टम से अटेंडेंस बनाने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद स्थिति में काफी बदलाव होगा. एक जून से हर हाल में यह व्यवस्था लागू हो जायेगी सबसे अहम यह है कि जिले के सभी कार्यालयों में बायोमोटरिक अटेंडेंस प्रारंभ करने के साथ ही उसे वेतन से लिंक किया जायेगा. वर्तमान में कार्यालय का समय सुबह 10 से शाम पांच बजे तक है. बायोमीटरिक के माध्यम से सभी कर्मियों की उपस्थिति पर नजर रखी जायेगी, यदि कोई अधिकारी या कर्मी विलंब से आते हैं या अनुपस्थित रहते हैं तो उन्हें वेतन से जोड़ा जायेगा और फिर उस अनुपात में वेतन में कटौती की जायेगी. वरीय स्तर से इस प्रणाली के तहत सख्ती से उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिया गया है.
स्कूल, अस्पताल व आंगनबाड़ी में भी सिस्टम होगा लागू
बायोमीटरिक सिस्टम के माध्यम से सिर्फ सरकारी विभागों के कार्यालयों के कर्मियों पर ही नजर नहीं रखी जायेगी, बल्कि भविष्य में उक्त व्यवस्था से विद्यालय, अस्पताल एवं आगनबाड़ी केंद्रों को भी जोड़ा जायेगा पहले सरकारी कार्यालयों में यह व्यवस्था लागू होगी और फिर स्कूलों, अस्पतालों व आंगनबाड़ी केंद्रों में यह प्रणाली लागू की जायेगी. ऐसी शिकायतें मिलती रहती है कि ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों, अस्पतालों या आंगनबाड़ी केंद्रों में कमीं या तो देर आते हैं या आते ही नहीं है, इसे देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
पांच मई तक खरीद व 20 तक इंस्टॉलेशन का समय तय
बॉयोमेट्रिक सिस्टम लागू करने के लिए सरकार द्वारा समय भी निर्धारित कर दिया गया है. इसके अनुसार 19 अप्रैल तक क्षेत्रीय कार्यालय के मास्टर ट्रेनर स्थापना उप समाहर्ता, डीआइओ. आइटी मैनेजर) एवं सभी विभागों के आइटी मैनेजर को प्रशिक्षण दिया जायेगा. 25 अप्रैल तक सभी क्षेत्रीय कार्यालय अपने सीएफएमएस एडमिन को बीबीएएस का नोडल पदाधिकारी नामित कर लेंगे. इसके बाद पांच मई तक बायोमीटरिक डिवाइस की खरीदारी कर ली जायेगी. 25 मई तक बायोमीटरिक डिवाइस को इंस्टॉल कर लिया जायेगा और एक जून से सभी क्षेत्रीय कार्यालय में अटेंडेंस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.