
विभाग के निर्देश का पालन करते हुए बेहतर तरीके से मध्य एवं माध्यमिक विद्यालय का शिक्षण कार्य संचालित किया जा रहा हैं। कोरोना महामारी के कारण छात्र - छात्राओं का विद्यालय आना बंद था ।चार जनवरी से सरकार की ओर से जारी निर्देश के आलोक में शिक्षण कार्य शुरू हैं। छात्र एवं छात्राओं को बेहतर एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दिया जा रहा है। शिक्षकों की कमी एवं विद्यालयों की अन्य समस्याओं से विभाग को अवगत कराया गया है।
28 तारीख तक नहीं कराई तो सभी नियोजित शिक्षकों का फरवरी से रुक जाएगा वेतन।
केन्टी संवाद सहयोगी : शिक्षा के विकास के लिए हर साल करोड़ों की योजनाएं बनती है। बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए साइकिल व पोशाक राशि समेत तरह - तरह की योजनाएं चलाई जा रही है। लेकिन, जब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात आती है तो सब कुछ हवा - हवाई जान पड़ता है। इसका अंदाजा प्रखंड की उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय पचाढ़ी की शिक्षा व्यवस्था देखकर सहज ही लगाया जा सकता है। वर्ष 2012 13 में मध्य विद्यालय पचाढ़ी को उत्क्रमित कर उच्च विद्यालय बनाया गया।
इस विद्यालय के पास पर्याप्त कमरा तो हैं, लेकिन शिक्षकों व उपस्करों आदि का घोर अभाव हैं । विद्यालय में एक भी नियमित शिक्षक पदस्थापित नहीं हैं। मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक ही माध्यमिक विद्यालय का कार्य देखते हैं। विद्यालय का संचालन नियोजित शिक्षक गणित के शैलेंद्र सुब्रम्हयम, हिंदी की रश्मी कुमारी, अंग्रेजी के रिपू दमन सिंह व संस्कृत के रामाशीष साहु और सामाजिक विज्ञान के राजीव रंजन के द्वारा ही किया जाता है।