बिहार शिक्षक वेतन: हाजिरी ऐप और 6 महीने के अंतर से सैलरी... एमएलसी ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को पत्र लिखा।
मुजफ्फरपुर में विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी ने शिक्षकों को पांच महीने से वेतन न मिलने पर वित्त मंत्री के सामने धरने की चेतावनी दी है। उन्होंने सरकार से तत्काल आ
मुजफ्फरपुर में विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी ने शिक्षकों को पांच महीने से वेतन न मिलने पर वित्त मंत्री के सामने धरने की चेतावनी दी है। उन्होंने सरकार से तत्काल आवंटन जारी करने की मांग की है ताकि शिक्षकों को वेतन मिल सके, अन्यथा वे चुप नहीं बैठेंगे। वेतन के अभाव में शिक्षकों की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है और बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है।
आवंटन के अभाव में पांच माह से शिक्षकों को वेतन नहीं दिए जाने के विरोध में विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी जून के प्रथम सप्ताह में वित्त मंत्री के समक्ष धरना देंगे। उन्होंने कहा कि हाजिरी ऐप और छह महीने के अंतर से वेतन देना असंभव है। उन्होंने राज्य सरकार से एक सप्ताह के अंदर आवंटन जारी कर शिक्षकों का वेतन भुगतान करने का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षकों का भुगतान नहीं हुआ, तो अब वे चुप नहीं बैठ सकते हैं। इस बाबत उन्होंने उपमुख्यमंत्री और राज्य के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी को पत्र लिखा है।
विधान पार्षद वंशीधर ब्रजवासी ने धरने पर बैठने की चेतावनी देते हुए कहा है कि राज्य सरकार मद (जीवोबी) से वेतन पाने वाले नियोजित शिक्षक विगत पांच माह से वेतन के अभाव में त्राहिमाम की स्थिति का सामना करने को मजबूर हैं। वेतन के अभाव में शिक्षा और दीक्षा प्रभावित हो रही है।
राज्य सरकार मद से लगभग 65,000 नियोजित शिक्षकों को वेतन दिया जा रहा था, जिनमें से लगभग 40,000 शिक्षक सक्षमता परीक्षा के आधार पर विशिष्ट शिक्षक बन चुके हैं। इनका भुगतान एचआरएमएस के माध्यम से होना है। लगभग 25,000 शिक्षकों के लिए आवंटन जारी करने की मांग कई विधान पार्षदों ने सदन में की है। वेतन के अभाव में शिक्षक अपने बीमार माता-पिता के इलाज के लिए दबाव और व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। उनके बच्चों की शिक्षा और दीक्षा प्रभावित हो रही है।