स्कूल अवधि में बच्चों की तीन बार बनेगी ऑनलाइन हाजरी शिक्षकों में मची खलबली
पायलट प्रोजेक्ट के तहत पटना के पांच स्कूलों में बच्चों की बन रही आनलाइन हाजिरी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के साथ बच्चों की आनलाइन हाजिरी बनेगी, पटना जिले के पा
पायलट प्रोजेक्ट के तहत पटना के पांच स्कूलों में बच्चों की बन रही आनलाइन हाजिरी
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के साथ बच्चों की आनलाइन हाजिरी बनेगी, पटना जिले के पांच स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत टैब के माध्यम से केवल कक्षा तीन के विद्यार्थियों की आनलाइन हाजिरी बनाई जा रही है. इस नियम को विस्तार देने की योजना पर शिक्षा विभाग काम शुरू कर दिया है. शिक्षा विभाग के अनुसार, सभी स्कूलों को बहुत जल्द टैब उपलब्ध कराया जाएगा. इसके माध्यम से बच्चों की आनलाइन हाजिरी बनाई जाएगी.
एक बार में 30 की हाजिरी
अधिकारी बताते हैं कि गर्मी की छुट्टी के बाद या जुलाई के अंत तक सभी स्कूलों के प्रधान को एक-एक टैब उपलब्ध कराया जाएगा. टैब की उपलब्धता होते ही बच्चों की आनलाइन हाजिरी बननी शुरू हो जाएगी. ई शिक्षा कोष के माध्यम से वर्ग शिक्षक कक्षा में बैठे एक साथ यानी सामूहिक रूप से 30 से 40 बच्चों की हाजिरी बनाएंगे. बच्चों की हाजिरी तीन बार बनेगी. पहली बार जब बच्चे स्कूल आएंगे, दूसरी बार जब बच्चे मध्याह्न भोजन करेंगे और तीसरी बार स्कूल में छुट्टी से पहले हाजिरी बनेगी.
भोजन पर रहेगी नजर
बच्चों की आनलाइन हाजिरी बनाने की प्रक्रिया प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में होगी. इसका मकसद है कितने बच्चे स्कूल आ रहे और मध्याह्न भोजन में कितने बच्चे प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं. स्कूल स्तर पर हमेशा मध्याह्न भोजन को लेकर गड़बडी होने की शिकायत आती है. स्कूल के प्रधान का आरोप रहता है कि बच्चे मध्याह्न भोजन करने के बाद भाग जाते हैं. तीन बार आनलाइन हाजिरी बनने से होगा कि कितने बच्चे स्कूल आए और कितने ने मध्याह्न भोजन किया और छुट्टी के समय कितने बच्चे स्कूल में मौजूद थे. टैब से आनलाइन हाजिरी बनने से होगा कि बच्चों का फोटो ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा.