हनुमानगढ़ के तीन भाई-बहनों की ऐतिहासिक सफलता
NEET UG 2025 में राजस्थान के हनुमानगढ़ से डॉ. निशांत बत्रा के तीनों बच्चों - शुभ, रिधि और सिद्धि ने एक साथ सफलता पाकर इतिहास रच दिया। यह सफलता पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणास्रोत बनी।
- हनुमानगढ़ के शुभ, रिधि और सिद्धि बत्रा ने NEET 2025 में हासिल की ऐतिहासिक सफलता।
- शुभ बत्रा ने पहले प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 188 प्राप्त की।
- रिधि और सिद्धि ने भी अपने दूसरे प्रयास में NEET UG क्लियर किया।
- पूरा परिवार गर्वित, हनुमानगढ़ में खुशी का माहौल।
राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में स्थित डॉ. निशांत बत्रा का घर आज खुशियों से सराबोर है। उनके तीनों बच्चों - शुभ, रिधि और सिद्धि बत्रा ने NEET UG 2025 परीक्षा में एक साथ सफलता पाकर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन कर दिया है। यह उपलब्धि केवल परिवार ही नहीं बल्कि पूरे जिले के लिए गौरव का विषय बन गई है।
शुभ बत्रा ने अपने पहले ही प्रयास में शानदार सफलता हासिल की। उन्होंने NEET UG 2025 में ऑल इंडिया रैंक 188 प्राप्त की है। यह रैंक उन्होंने कक्षा 12वीं के साथ परीक्षा देकर प्राप्त की, जो उनके परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है। शुभ की इस सफलता ने न केवल परिवार को गर्वित किया है, बल्कि समाज में एक प्रेरणादायक मिसाल भी पेश की है।
शुभ की बहनों, रिधि और सिद्धि ने भी सफलता की कहानी लिखी। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में NEET UG 2025 परीक्षा पास की। दोनों बहनों ने निरंतर अभ्यास और दृढ़ संकल्प के बल पर अपने लक्ष्य को हासिल किया। उनकी यह उपलब्धि बताती है कि कठिन परिश्रम से कोई भी लक्ष्य दूर नहीं होता।
इस उपलब्धि पर डॉ. निशांत बत्रा ने अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा, “मेरे बच्चों की सफलता उनकी मेहनत, पारिवारिक सहयोग और ईश्वर की कृपा का परिणाम है। वे बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देख रहे थे और उसके लिए जी-जान से जुटे रहे। आज उनके सपने को हकीकत में बदलता देख मुझे अत्यंत गर्व महसूस हो रहा है।”
हनुमानगढ़ के नागरिकों ने इस उपलब्धि को एक ऐतिहासिक पल बताया। समाज के विभिन्न वर्गों से शुभकामनाएं और बधाइयाँ मिल रही हैं। लोग इस परिवार को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा मान रहे हैं। स्थानीय सामाजिक संगठनों और शिक्षाविदों ने इस सफलता को जिले की शैक्षिक उपलब्धियों में मील का पत्थर बताया।
यह कहानी सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा है। शुभ, रिधि और सिद्धि की मेहनत, समर्पण और सफलता इस बात को सिद्ध करती है कि यदि लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत निरंतर हो, तो सफलता निश्चित होती है। NEET UG 2025 की यह सफलता अब हनुमानगढ़ की पहचान बन गई है।