सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के जवाब देने की क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए एससीईआरटी ने एक पत्र जारी किया है।

Aditya Raj August 28, 2025 09:55 PM IST

सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के जवाब देने की क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए एससीईआरटी ने एक पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों की टीम स्कूलों में जाकर कक्षा में बैठकर देखेगी कि बच्चे के सवाल पर शिक्षक कैसे जवाब दे रहे हैं। मूल्यांकन के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर जांच की जाएगी: 1. पाठ को किस तरह से पढ़ाया जा रहा है? 2. टॉपिक पढ़ाने में तर्क का कितना प्रयोग किया जा रहा है? 3. संबंधित दिन को पढ़ाए जाने वाले पाठ को इससे पहले के पाठ से जोड़ा जा रहा है या नहीं? 4. पाठ के बड़े बिंदुओं को अलग से पढ़ाया जा रहा है या नहीं? 5. किसी भी टॉपिक को पढ़ाने के लिए सही उदाहरण का प्रयोग हो रहा है या नहीं? 6. महत्वपूर्ण बिंदुओं को बच्चों को अलग से नोट कराया जा रहा है या नहीं? 7. बच्चों को सवाल पूछने को कक्षा में प्रोत्साहित किया जा रहा है या नहीं? 8. बच्चे जो सवाल पूछ रहे हैं, उसके जवाब संतुष्ट कर रहे हैं या नहीं? मूल्यांकन में पांच स्तर की ग्रेडिंग की जाएगी और 23 बिंदुओं पर जांच की जाएगी। जांच की जिम्मेदारी अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय (सीटीई), जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट), प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय (पीटीईसी), प्रखंड अध्यापक शिक्षा संस्थान (बायट) के शिक्षक, प्राचार्य को सौंपी गई है। एससीईआरटी के निदेशक विनायक मिश्र ने सभी प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य और प्रभारी प्राचार्य को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि निगरानी शिक्षकों के कार्यरत स्कूल में होगी, जिसमें यह देखा जाएगा कि ट्रेनिंग के दौरान शिक्षकों ने क्या सीखा है, उसका कहां इस्तेमाल कर रहे हैं। शिक्षक-छात्र पर हुए प्रभाव की जांच की जाएगी। साथ ही शिक्षक-छात्रों की उपस्थिति, आधारभूत संरचना, शैक्षणिक, पाठ्य से संबंधित गतिविधियां, वर्ग संचालन की निगरानी होगी। इसके आधार पर रिपोर्ट तैयार होगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के जवाब देने की क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके लिए एससीईआरटी ने एक पत्र जारी किया है।

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जिसमें कहा गया है कि टीचर ट्रेनिंग कॉलेजों की टीम स्कूलों में जाकर कक्षा में बैठकर देखेगी कि बच्चे के सवाल पर शिक्षक कैसे जवाब दे रहे हैं।

मूल्यांकन के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर जांच की जाएगी:

1. पाठ को किस तरह से पढ़ाया जा रहा है?

2. टॉपिक पढ़ाने में तर्क का कितना प्रयोग किया जा रहा है?

3. संबंधित दिन को पढ़ाए जाने वाले पाठ को इससे पहले के पाठ से जोड़ा जा रहा है या नहीं?

4. पाठ के बड़े बिंदुओं को अलग से पढ़ाया जा रहा है या नहीं?

5. किसी भी टॉपिक को पढ़ाने के लिए सही उदाहरण का प्रयोग हो रहा है या नहीं?

6. महत्वपूर्ण बिंदुओं को बच्चों को अलग से नोट कराया जा रहा है या नहीं?

7. बच्चों को सवाल पूछने को कक्षा में प्रोत्साहित किया जा रहा है या नहीं?

8. बच्चे जो सवाल पूछ रहे हैं, उसके जवाब संतुष्ट कर रहे हैं या नहीं?

मूल्यांकन में पांच स्तर की ग्रेडिंग की जाएगी और 23 बिंदुओं पर जांच की जाएगी। जांच की जिम्मेदारी अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय (सीटीई), जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट), प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय (पीटीईसी), प्रखंड अध्यापक शिक्षा संस्थान (बायट) के शिक्षक, प्राचार्य को सौंपी गई है।

एससीईआरटी के निदेशक विनायक मिश्र ने सभी प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य और प्रभारी प्राचार्य को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि निगरानी शिक्षकों के कार्यरत स्कूल में होगी, जिसमें यह देखा जाएगा कि ट्रेनिंग के दौरान शिक्षकों ने क्या सीखा है, उसका कहां इस्तेमाल कर रहे हैं। शिक्षक-छात्र पर हुए प्रभाव की जांच की जाएगी। साथ ही शिक्षक-छात्रों की उपस्थिति, आधारभूत संरचना, शैक्षणिक, पाठ्य से संबंधित गतिविधियां, वर्ग संचालन की निगरानी होगी। इसके आधार पर रिपोर्ट तैयार होगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।