बिहार चुनाव सर्वे 2024: इंडिया गठबंधन को बहुमत, तेजस्वी यादव सबसे पसंदीदा सीएम
बिहार विधानसभा चुनाव 2024 के ताजा सर्वे में इंडिया गठबंधन को 126 सीटें मिलने का अनुमान, जबकि एनडीए 112 सीटों पर सिमट सकता है। तेजस्वी यादव सबसे पसंदीदा मुख्यमंत्री, जानिए पूरी रिपोर्ट।
- इंडिया गठबंधन को 126 सीटें मिलने का अनुमान, एनडीए 112 पर सिमट सकता है।
- तेजस्वी यादव युवाओं की पहली पसंद, 43% लोगों ने उन्हें सीएम पद के लिए चुना।
- नीतीश कुमार दूसरे नंबर पर, जबकि प्रशांत किशोर तीसरे स्थान पर।
- जन सुराज को महज 1 सीट मिलने की संभावना, 8 सीटें अन्य दलों के खाते में जा सकती हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का अभी तक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन नवंबर से पहले इसकी घोषणा हो सकती है। इस बीच, एक ताजा सर्वे सामने आया है, जिसके नतीजे काफी चौंकाने वाले हैं। ओपिनियन पोल के अनुसार, इस बार बिहार चुनाव में इंडिया गठबंधन (कांग्रेस + आरजेडी) को एनडीए (भाजपा + जेडीयू) से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज भी मैदान में है, लेकिन उसे कम सीटें मिलने का अनुमान है।
पोल ट्रैकर के सर्वे के मुताबिक, इंडिया गठबंधन को 44.2% वोट मिल सकते हैं, जबकि एनडीए को 42.8% वोट प्राप्त हो सकते हैं। बिहार में इंडिया गठबंधन का सबसे प्रमुख चेहरा तेजस्वी यादव हैं, जो युवा मतदाताओं के बीच खासे लोकप्रिय हैं। सर्वे में यह भी पता चला है कि तेजस्वी यादव युवाओं की पहली पसंद बन सकते हैं, जिससे उनकी पार्टी को फायदा हो सकता है।
बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं, और बहुमत के लिए 122 सीटें जरूरी हैं। सर्वे के अनुसार, इंडिया गठबंधन को 126 सीटें मिल सकती हैं, जो बहुमत से थोड़ी अधिक हैं। वहीं, एनडीए 112 सीटों तक सीमित रह सकता है। जन सुराज पार्टी को केवल 1 सीट मिलने का अनुमान है, जबकि शेष 8 सीटें अन्य छोटे दलों के खाते में जा सकती हैं।
पोल ट्रैकर ने बिहार चुनाव को लेकर दो बार सर्वे किया है, और दोनों ही बार इंडिया गठबंधन को बढ़त दिखाई दी है। 8 जून को किए गए सर्वे में इंडिया गठबंधन को 121 से 131 सीटें मिलने का अनुमान था, जबकि एनडीए को 108 से 115 सीटें मिल सकती हैं। जन सुराज को 0 से 3 सीटें और अन्य दलों को 4 से 12 सीटें मिलने की संभावना है।
सर्वे में मुख्यमंत्री पद के लिए भी जनता की पसंद जानने की कोशिश की गई। इसमें तेजस्वी यादव सबसे आगे नजर आए, जिन्हें 43% लोगों ने पसंद किया। नीतीश कुमार दूसरे स्थान पर रहे, जिन्हें 31% समर्थन मिला। वहीं, प्रशांत किशोर को 9% लोगों ने मुख्यमंत्री पद के लिए उपयुक्त माना। यह आंकड़े साबित करते हैं कि बिहार में युवा नेतृत्व की मांग बढ़ रही है।
इस सर्वे से साफ है कि बिहार में इस बार कड़ा मुकाबला होने वाला है। इंडिया गठबंधन अगर अपनी मौजूदा रणनीति पर कायम रहता है, तो उसे फायदा हो सकता है। वहीं, एनडीए को अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत हो सकती है। प्रशांत किशोर की पार्टी अभी नई है, इसलिए उसका प्रभाव सीमित दिख रहा है। आने वाले समय में चुनावी रुझानों में और बदलाव हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल तेजस्वी यादव और इंडिया गठबंधन के पक्ष में माहौल नजर आ रहा है।